पापा ने सिखाया कभी ना हिम्मत हारना
मुश्किल हो सफर या संघर्ष आये अनगिनत
स्वयं को है नित अनवरत निखारना ।-
life_diaries_official
My Instagram account
किसी मोड़ पर फिर मिलेंगे
अलविदा कहने वाले .....
आकाश की ऊंचाई मापकर
ख्वाब को संजोने थे
पल भर में ख्वाब राख में बदल गये
जिन्दगी का शाश्वत सत्य तो यही है
किन्तु कब किस मोड़ से कैसे निकल जायेंगे
ये प्रकृति ने निश्चित कर दिया है -
फिर मिलेंगे ख्वाब बनकर
या ख्वाबों मे रहकर या ख्वाबों में जीकर ...
-
एक जिन्दगी , संघर्ष अनेक
हर रूप अलग, मंजिल है एक
अनवरत चलते रहकर
हौसला कायम रखना
जिन्दगी की मशाल को जलाए रखना
पलायन होता रहेगा
संघर्ष के दौर से
अपनी जिन्दगी का
कारवां जारी रखना
सफलता के शोर से .....-
पीड़ा
इक माँ ही जाने अपने
बच्चें से दूर होने की पीड़ा
इक पंछी ही जाने आसमां में
बिछड़ जाने की पीड़ा
उस पीड़ा का क्रंदन हो
मन से मन तक बाहर - भीतर
इक आत्म वेदना
बाहर - भीतर करती है
आत्म क्रंदन
-
नसीहत कुछ यूँ मिली जिन्दगी से कि अब
सामने खुद की तस्वीर भी हो तो सोचते है
कि अक्सर आईने सच छुपा जाया करते है
अक्श ख़ुद के भी मिलावट के दिख जाया करते हैं
तराजू तौल में ख़ुद को भी ढूंढने में लगता है जमाना
सच के हीरे में भी नकली हुनर मिल जाया करते हैं ।
-
कुछ ख्वाब ..कुछ वादें अधूरे रह गये
हर बार यही ख्वाब ...ख्वाब में आकर टूट जाता है-
कभी शब्दों में सजी,
तो कभी शब्दों से परे है जिन्दगी
इक ख्वाब है, तो कभी आंखे खुली है जिन्दगी
जिन्दगी की किताब को किसी
कलम की लिखावट से सजा दे,
यें मुमकिन तो नही
कभी बंद किताब में मुरझाये फूल - सी
तो कभी बेहिसाब मुस्कुराते फूल सी है जिन्दगी ...
-
सिमटकर बिखरती यादों को संजोये कैसे ?
परिंदे उड़कर लोट आते है घर वापस
कभी न लोट आने वाले परिंदो को वापस बुलाये कैसे ?
-
आती है याद जब रसोई की खिड़की में देखती हूँ
पर वो आवाज अब गूंजती है जो पहले कानों तक दौड़ा करती थी ...
वक्त का हिसाब किताब इतनी जल्दी सिमट जायेंगा
कि अधूरी बातें, अधूरी यादे , अधूरी श्वासें
न जाने कब पूरी हो गई ।
-
तुमने जो किरदार निभाया
उसको बकाया रहने दो...
कुछ अधूरे ख्वाब , कुछ अधूरी- सी मुलाकात
जिन्दगी को आसान बनाती है-