Sunita   (✍️Sunita)
2.3k Followers · 2.2k Following

Joined 21 April 2020


Joined 21 April 2020
19 APR AT 22:23

ख्वाबों की पोटली को
रास्तों में बिखेरकर आये है
कुछ खास लोगों से
मुँह फैरकर आये है
मुमकिन नही खुद के ख़्वाबों
को अपने ही मन से मिटाना
कुछ खास रहा होगा
तभी सबकों बिखेर कर आये है ...

-


19 APR AT 10:44

किरदार से मुनासिफ नही लौट आना
नदी की धारा अपनी राह नही बदलती ....

-


18 APR AT 22:05

हाँ आई थी कुछ याद... मुस्कुराने की
बाहर देखा तो बारिश भी मुस्कुराहट की तरह बिखर रही थी .....

-


18 APR AT 21:51

तेरी दोस्ती की कद्र की जाए तो बेमिसाल रही
बस उसी के सहारे कुछ पल मुस्कुरा लेते है ....

-


17 APR AT 21:38

लौटकर नही आते, जाने वाले
राह को ना पता...
ना मंजिल को खबर,
सिर्फ रह जाती है याद
रह जाता है अधूरा सफर ..

-


16 APR AT 11:13

कर्मो का हिसाब लगाते - लगाते
कभी अपने हिस्से के हिसाब भी लगाना
जिन्दगी के लिए सिर्फ एक का गलत या
एक का सही होना मुनासिफ तो नहीं...

-


15 APR AT 22:10

मिट्टी की सोंधी सी खुशबू से
हाथों पर जल के कुछ छीटो से
मन की दीवारों पर रेत से घर बनाते है
कुछ चले गये थे घर से,मन की दिवारे लेंकर
अब लौटकर फिर से खुशनुमा बागान बनाते है
क्या रखा है शीशमहल में ?
अब फिर से रेंत का घर बनाते है
जिसमे अपनेपन का लेंप किया हो
जिसके आंगन की दीवारों को
समता और ममता से सजाते है

-


14 APR AT 20:54

साथ छूट जाता है
यादों का , कुछ अनकही
अनसुनी बातो का
साथ छूट जाता है वादों का
मुलाकातों का
दिन लोंटकर नही आते
क्यूंकि साथ छूट जाता है
अन्तर्मन के बेहिसाब ख्वाबों का ...

-


13 APR AT 13:05

उस चांद को देखो जिसने देखी है रुहानीयत
इंसानो की , फिर से जरूरत कहाँ है ....

-


13 APR AT 12:18

छोटी सी जिन्दगी में
कितने बेर- भाव है
अपनों को अपनो से
दुर्भाव है
क्यूं एक जैसी दुनियां नही बन पाती
जहां सब नदी के पानी के जैसे हो पाए
जो किसी को देखकर रास्ता नही बदलती
ये चाँद नही छुपता किसी गैर के आने से
ये सूरज रोशनी बंद नही करता अनजाने से
आखिर एक ही जिन्दगी में कितने रूप दिखते है
ये पहाड़ , ये फूल रंग नही बदलते है
फिर दुनियां की मानसिकता की
क्या ये कहानी है
एक जिंदगी है छोटी सी
यूं ही खत्म हो जानी है
नफरत के किस्सो से
समूहों के हिस्सो से
इंसानियत मर जानी है ...

-


Fetching Sunita Quotes