Sunil Solanki   (SSS)
557 Followers · 961 Following

Limit exist for non living things, humans are born to evolve.
Joined 17 February 2018


Limit exist for non living things, humans are born to evolve.
Joined 17 February 2018
16 MAR AT 11:09

सब कुछ हार कर अब, भूख को पालने लगा हु,
मुकदर को भी दर है, कि मै अपना नझरया ना बदल लु।
निंद से बगावत ना करलु,
कलम ऊथा कर, तकदीर ना लिखदु।
तुफान जो दफन है मुझमे, 
ऊसै कुछ पल के लिए आजाद न करदु।

-


2 FEB AT 9:03

उम्रकैद कि सझा काट रहा है,
ये दिल हज़ार ख्वाहिश लिए,
जिस्म कि गुलामी कर रहा है।

-


8 DEC 2023 AT 0:32

दिल बिमार चल रहा है, दिमाग सुन हुआ रखा है,
हालात कि जंग मे अब, जरूरत भुलाता जा रहा हु।

-


30 NOV 2023 AT 23:00

होशो-हवाझ मे हर मंझर देखना चाहता हु,
बदलते हालात मे, लोगौ के मुखौटे उतरते देखना चाहता हु,
वक्त की दौद मे शामिल खुदगरझौ को देखना चाहता हु,
मै जित के जशन मे, सिर्फ अपनो को देखना चाहता हु।

-


22 JAN 2023 AT 20:57

हाथो की लकिरो को घुरता रहता हूॅ,
हर पल तेरी यादो मे खोया रहता हॅ।
बस ईतनीसी ख्वाहिश है तुजसै,
तेरा हाथ भी आगे करदे बस,
अधुरी सी तकदीर को पुरा करदे बस,
सलवतै जिंदगी की कैसी भी हौ,
तु मेरा साथ देदै बस।

-


4 NOV 2022 AT 9:15

I have a million thoughts,
But I still think about it....

-


30 MAY 2022 AT 23:38

जिंदगी आ एक सौदा करै,
मे कूछ यादे भूला देता हू,
तू कूछ पल दहौरा दे,
मे सारे घम कुर्बान कर देता हू,
तू एहसान मे खुशिया देदे।

-


12 FEB 2022 AT 0:23

Let happiness be surprise and not planed expected present.— % &

-


27 OCT 2021 AT 20:12

Certainty is an probable outcome of uncertainty.

-


2 OCT 2021 AT 11:27

गांधीजी

बिखरे देश को,
एकता की रहा दिखलाई थी।
दिए की बाती के समान,
खुद जलकर,
देश को रोशनी दिखाई थी।

इनकी आखों की चमक,
होसालै से भरै शरीर,
उच्च विचार से भरै चरित्र ने,
सत्य की बरिभाषा बतलाई थी।

सरै जहां को,
वकालत का महा पाठ पढ़ाया था,
बगैर हत्यार उठाए,
दलीलों से ही शांति–अमन की जीत दिलाई थी।

-


Fetching Sunil Solanki Quotes