गमों का कोई रहनुमा नहीं होता घनघोर अंधेरे में कभी सवेरा नहीं होता
रंज की रंजिशो का बेवफाई वालाकिरदार कभी सरेआम नहीं होता-
Founder of cgh
Trader
For me Peace is in photography.
Reason of inner smile is photogra... read more
यह दुनिया यह महफ़िल बड़ी जालिम सी लगती हैं यहां।
किसी को टूट के चाहने की चाहत फिजूल लगती है यहां।।
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दुखों के भारी भरकम बोझ तले, गमों के सुदृढ़ साए में।
काश किन्तु परन्तु के अम्बर तले, आलिंगन की चाह में।।
ढूंढता फिरता मुसाफिर राहों में अंजान रहनुमा चहते।
फिसल फिसल के गिरता हर दफा वीरान राहों में।।-
सुकून को देखा भी जा सकता है ओर महसूस भी किया जा सकता है
नदी का सागर में गतिमान होकर मिलना ओर फिर लहरों में समा कर द्वैत भाव से एकत्व को धारण करना... शून्य।
लकड़ी के टुकड़े की राख होने की चेष्टा का पवित्र अग्नि की दिव्यता के संपर्क में आकर दो से एक होना... शून्य।
अमरत्व के अस्तित्व में आने की प्रबल आकांक्षा एक बीज की आसमान से टपकती बूंद की पवित्र शक्ति का संग पाकर दो का एक होना ।
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असल में समझदारी हंसी छीनती नहीं हैं बल्कि अंतरात्मा से निकलती सुकून भरी राहत होती हैं। आखिरकार जीवन का अंतिम उद्देश्य शांत और स्थिर होकर प्राकृतिक हंसी के साथ जीना ही तो है
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अतीत के अविस्मरणीय पलों को भूलने का नायाब तरीक़ा खोज रहा हूं में आजकल
मंजिलों की रुसवाईयां ओर इन्सानों की कलाकारी को निहार रहा हूं में आजकल-
जिंदगी जिंदा दिल होकर जिया करो गिले शिकवो को सीने में दफ़न कर लिया करो
ईश्वर के रहमों करम से नसीब होते हैं रिश्ते रिश्तों को सर आंखों में सजा लिया करो-
यूं मदमस्त होकर मनचलों सा आवरण न रखा करो।
यूं मदमस्त होकर हलचलों सा विवरण न रखा करो।।-