कोई जो तुम्हें चाहेगा...
वो तुमसे कुछ नहीं चाहेगा...!-
हर दड़कते पत्थर को लोग दिल समझते है
उमरे भीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में..!!-
जों दरवाज़ा खटखटाने से पहले
खुल जाए,
उस घर कि दहलीज़ कभी पार नहीं
करनी चिहिए!-
कैस भुल जाए...
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कैसे भूल जाए उस नाम को जिसको बादाम के साथ भुन भुन के खाया है
कैस भुल जाये जिसको एक एक बादाम पिहौ पिहौ के खया है
कैसे भूल जाए उस अदात को जो सिर्फ एक नाम नहीं एक एहसास है मेरे जीवन का
कैसे भूल जाए उस शक्स को जो मेरी ज़िन्दगी का एक किस्सा नहीं एक हिस्सा है
कैसे भूल जाए उस तकिया को जो सिर्फ तकिया नहीं मेरे सूखुन का जरिया है
कैस भुल जाए....-
Kaise bhul jaye.....
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Kaise bhul jaye uss naam ko jisko badam ke sath bhunn bhunn ke khaya hai
Kaise bhul jaye Jisko ek ek badam piho piho ke khaya hai
Kaise bhul jaye uss adaat ko jo sirf ek naam nahi ek ehsas hai mere Jeevan Ka
Kaise bhul jaye uss shakhs ko jo meri zindgi ka ek kissa nahi ek hissa hai
Kaise bhul jaye uss takiya ko jo sirf takiya nahi mere shukhun ka jariya hai
Kaise bhul jaye...-
तुझसे जुदा होने का तसव्वुर
एक गुनाह सा लगता है
जब आता है भीड़ में अक्सर
मुझको तन्हाँ करता है-