ये जो बड़ी मशक्कत के बाद जो हासिल होती हैं
फुर्सतें!!
यही फुर्सत की ख्वाहिश में मैं दिनभर मशक्कत करता रहा !!
और ये जो पल में गुजर जाती हैं रातें,
इस रात का इंतजार मैं घंटो करता रहा!!!
मालूम चला कि गूजर जाना है एक दिन,
मौत की गोद में सर रख कर,,
जिसे पाने की तलब में मैं उम्र भर रोज मरता रहा!!
ये जो बड़ी मशक्कत के बाद जो हासिल होती हैं
फुर्सतें!!
यही फुर्सत की ख्वाहिश में मैं दिनभर मशक्कत करता रहा !!
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