समय का पता नहीं चलता था उनके साथ
अब उनका पता लग रहा है समय के साथ .!-
कभी कभी वो बहुत कुछ कहती है
कभी कभी वो जानें क्या कहती है
वो चाहती है कि सब कुछ बता दे
सारी बाते कर ले
फिर अपनी ही बातो में मासूमियत से उलझ कर रह जाती है
-
साथ तो छोड़ दिया है लेकिन
मेरा सब कुछ लेकर जा रही हो,
But tell me one simple thing
कि मेरा दिल कब लौटा रही हो !-
कि किसी से कभी कोई गुज़ारिश मत करना,
बनकर सूरज तू फिर से चमकेगा
हौसला कभी अपना काम मत करना ..!-
शाम होते ही फिर तुम्हारी याद आ गई
मोमोज के ठेले पर सुनाई तुम्हारी कहानी याद आ गई
रोका हर बार खुद को दिल को बेचैन होने से
कम्बख़त तेरी खुशबू लिए ये हवा सुहानी आ गई-
यूं बन ठन कर मेरे सामने जब आ जाती हो
कसम खुदा की मेरा होश उड़ा जाती हो,
मैं तो तुम पर पहले से ही मर चुका हूं
क्यूं हर बार मुझे फिदा कर जाती हो ।-
तेरे आने के बाद मैं वो ना रहा जो मैं था,
तेरे जाने के बाद मैं वो भी नहीं जो तूने बनाया
मैं अब वो नहीं जो मैं था
जो तू नहीं तो मैं भी मैं नहीं ।
-
अपना अंजाम तो हमें पहले से ही मालूम था..
सब जानते हुए भी आपसे दिल का सौदा कर लिया !-
मंजिलों का तो कुछ पता नहीं है...
रास्तों ने चाहा तो फिर मुलाक़ात होगी कहीं !-
कह दो उससे कोई
यूं मुस्कुरा के तस्वीरें ना भेजा करे मुझे
ये दिल फ़िर से धड़कना भूल जाता है-