उदासी से जो रिश्ता है मेरा,
गम बाजार मे बिकता है मेरा।
तू मेरी खुशी तो खरीद सकता है,
क्या तू गम खरीद सकता है मेरा।।-
@Sumityadav9613
देखलो किस कदर उनका इंतज़ार कर रहे है हम,
द्वार पर जो रखी पलके फिर हमने झपकाई नही।-
साहस मे जीत छुपी है,
तुम मे मेरी मीत छुपी है।
ये जो खत लिखता हूँ तुमको अक्सर,
कभी ढूँढो इसमें मेरी प्रीत छुपी है।
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काश मैं तेरे कानों का झुमका बन पाता,
जब जी चाहता तेरे गाल छू पाता।
यूं तो तु कभी छूने देगी नही मुझे,
तेरा कंगन होता तो तेरा हाथ चूम पाता ।-
तेरा ये नूर देखकर ये ख्याल आता है,
वो क्या चीज़ है जो तुझे भाता है,
मैं ख़ुद को बदलने को भी तैयार हूं,
बस तू कह दे की तू मुझे चाहता है।।-
ना बहुत सस्ता न बहुत महंगा मांगा है,
मैने तुमसे तो बस तुम्हारा साथ मांगा है।
तेरा हाथ मेरे हाथो में सजता बहुत है,
तो मैंने तुझसे तेरा हाथ मांगा है।।
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दिसंबर इस तरह गुजरा कि जैसे कुछ हुआ ही नहीं,
एक रात हुई थी जिसकी सुबह कभी हुई ही नहीं।
मेरा पूरा साल इस तरह से बीत गया है मानो,
दिसंबर आ गया है और जनवरी बीती भी नही।।-
किसी से इश्क हुआ था अचानक याद आता है,
उस इश्क का सिला भी अब तक याद आता है।
तुम नए पंछी को देखते हो तो प्यार सोचते हो,
मैं देखता हूं तो मुझे एक सबक याद आता है।
मुझको देते हुए रोशनी जो चिराग बुझ गया है,
मुझको उन आंखों का वो एनक याद आता है।-
नजरे तो मिल चुकी है मगर,
नजरे चुराना अभी बाकी है।
आप तो तुरंत ही चल दिए,
मगर बात अभी बाकी है।।
चार कदम ही चले है हम,
हाथ तुम्हारा थाम कर।
शुरुआती पड़ाव है ये,
सफर अभी बाकी है।
आप तो तुरंत ही चल दिए,
मगर बात अभी बाकी है।।
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वो कुछ यूं मुझसे मुँह फेर कर बैठी है,
मेरे साथ हि है और मुझ ही से
रूठी है।
कहती है अब मुझसे बात कभी
करेगी नहीं,
इतना तो वो भी जानती है कि वो
कितनी झूठी है।-