बहुत दिन हुए देंखे तुम्हें,इत्तेफाक ही सही..
पर तुम कहीं दिख जाओ ना ..
मन भर आया,झूटी खुशियों से..
तुम फिर से आकर सताओ ना ।
बेशक छोड़ देना,झूटी मुस्कुराहट..
तुम जीभर के लड़ जाओ ना ।
अच्छा सा लगता था,तुम्हारा होना..
तुमको सताने की,तुमको मनाने की..
तुम फिर से ,वजह दे जाओ ना ।
खुशियां तुम्हारी,मुस्कुराहट थी मेरी..
बातें थी सर-आखों पर,
तु फिर से ,हुकुम चलाओ ना ।
जब कटती नहीं जब रातें,
फिर आसमान में ,ढूंढता हूँ गिरता वो इक तारा
मांग सकूं कि,
तुम फिर लौटकर ,आ जाओ ना ..
तुम आ जाओ ना ।-
आ मेरे हर सवालों को खामोश करदे ,
ला इतने करीब तेरे मेरे ,होंठ करदे ।
निगाहों में, सासों में,बाहों मे सबमें नशा है तेरी..
आ पास मेरे, मदहोश करदे ।
मेरे अरमाँ इतराते है,होश में अपने..
इश्क दवा दे, बेहोश करदे ।
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मेरी ख्वाहिश ,तेरा झूठा वो ख्वाब चाइए..
रोज मर मिटने का, तुझपे वो हिसाब चाइए ।
मेरे दोस्तों के रोज ,तेरे ही सवाल ..
दे सकूं उन्हें,वो जवाब चाइए ।
तेरे निगाहों के नशे को भूला नहीं..
भुला सकूं उसे,वो शराब चाइए ।
मन हल्का करलूँ,बहाकर जिसे..
इन आंखो में मुझे,वो सैलाब चाइए ।
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Saam hone hi vali hai,
Phir raat hogi...!
Tb khayal tere ayenge mujhe,
Phir baat hogi..???-
जो मंजिल से वो रोशनी दिखाता है,
सब ठोकरों से मिले, मशाले हैं ।-
मेरे दोस्तों तुम मेरी जान हो,
चेहरे पर जो हसीं मेरे,
उसकी तुम पहचान हो ..
मेरी आंखों में खुशियों के आंसू भी ,
पसंद नहीं जिनको..
दिल से शुक्रिया,मेरे दोस्त..
बनने के लिए उनको ।
जो भी है , हैं मुझको दिल से प्यारे,
चंद दोस्त मेरे बेचारे...
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हाथ थामकर तेरा जो ,हम चल दिए ..
आँखे बंदकर फिर , हम चल दिए ।
इश्क पहला नशा नया है ,फिक्र किसे..
मंजिल की, बस हम चल दिए ।
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