Sumit Patel   (कविता की एक छोटी कलम)
43 Followers · 7 Following

Writer
Joined 17 June 2018


Writer
Joined 17 June 2018
5 APR AT 21:27

पता है" तो कभी मतलब" की बात करते हैं,
"हां भाई" कहकर कहावत की बात करते हैं
बात के बात की कोई जरूरत नहीं फिरभी
उसकी मोहब्बत कभी आदत की बात करते हैं

-


10 MAR AT 21:30

सजा दिया है उसे तो खता जांच लेना
कहीं ऐसा न हो कि वो बेगुनाह निकले ।

-


5 MAR AT 22:12

डिग्री लेकर हाथ में करता युवा पुकार
हर पर्चा जब लीक है मिले कहां रोजगार

-


30 NOV 2023 AT 23:41

अदाकारी नहीं आयी अपनी जान कसम
वफादारी में मैने क्या कुछ नहीं किया
कभी दोस्त, दोस्ती के नाम ठगे गए सुमित
चोट खाई मगर ! मगर उफ नहीं किया

-


4 NOV 2023 AT 22:24

मेरे विश्वास को हर एक बार तोड़ा उसने
मेरी चुगली में कई बार झूठ ही जोड़ा उसने
मोहब्बत की बात मैं किसीसे क्यों करूं सुमित
अक्सर मोहब्बत के ही नाम पर लूटा उसने

-


2 NOV 2023 AT 22:19

मुझसे अलग तू मुझको बता देगा और क्या कर लेगा
कहानी और है तू कुछ और सुना देगा और क्या कर लेगा
यूँ तो जिंदगी अपनी धुएँ की माफ़िक सुलग ही रही है
तू उसमें फूंककर आग लगा देगा और क्या कर लेगा

-


16 MAR 2023 AT 9:28

क्या सच में इतने केयरलेस हो अपने लिए
या फिर तुमको मुझपर भरोसा बहुत है

-


30 NOV 2022 AT 16:26

उम्मीद के दिये की लौ से ज़माना है
छाँव को धूप से रिश्ता निभाना है
हादसे हैं तो हादसों के तह तक जाना है
मुझे हर रोज एक नई गज़ल गाना है

-


11 OCT 2022 AT 20:33

एक मुद्दत से मुलाकात का सिलसिला यूं नजर आता है
उसकी एक झलक पर दिल का गुलशन संवर जाता है
अक्सर बाइक की पीछे सीट पर बैठकर वो गुजर जाता है
मैं उसे देखकर मर जाता हूँ वो मुझे देखकर सिहर जाता है

-


11 OCT 2022 AT 20:27

हर आदमी हर बात की हक़ीक़त तक कहां पहुंच पाता है
ग़ुलाब है किसी को फूल किसी को कांटा नज़र आता है

-


Fetching Sumit Patel Quotes