तुम जो ऐसे मुस्कुरा रहे हो
क्यों हमसे उम्मीद लगा रहे हो,
बातें तो फिर भी ना जाने कब होगी
पर जब भी होंगी बहुत खास होंगी।-
सब अपने हैं
यही तो झूठे सपने हैं..
इसलिए दूसरों को अपना मानना भूल जाओ
क्योंकि ये अपने ही दगा देते हैं।
क्योंकि रावण राम से नहीं विभीषण से हारा था।-
वो करिश्मा कभी देखा नहीं मैंने
पर बाबा एक बात समझ नहीं आती
तेरे दर पे इतनी शांति क्यों मिलती है।-
हम तो उसकी हिफाजत के लिए
भगवान से दुआ मांगा करते थे
वो तो मेरी जान लेने से पहले
एक बार भी नहीं सोची।-
आज उसकी याद ने आंखों में आँशु ला दिया
ये उसके प्यार के लिए था या बेवफ़ाई का था।-
साम दाम दंड भेद सूत्र मेरे नाम का
गंगा माँ का लाडला मैं ख़ामख़ा बदनाम था🙏-
हवा के झोंके और वर्षा की फुहारें
वो चिलम कि खुशबु और महादेव के नारे,
बोल बम बोल बम बोले सारे,
लगता है सावन आया प्यारे।-
रूह से रूबरू होने की
कोशिश भी ना करना
ए मेरे दोस्त
क्योंकि यहाँ लोग हकीकत मे भी
तुम्हें अपना नहीं मानते....-
मान लिया जान लिया
खुद को पहचान लिया
प्यार मोहब्बत की बातें कहानियों और किस्सों
में अच्छी लगती हैं..
इस दुनिया मे तो लोग प्यार बोल के
दिल का ऑपरेशन कर देते हैं..-