Fine
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ज्ञान मत दो
अपना ही नहीं संभाला जा रहा
"प्रेमिकाएं" चाहती रहीं.... अर्धांगिनी कहलाने का हक़ और "अर्धांगिनीयों" का हठ रहा प्रेमिकाओं सा प्रेम....!!
जीवन की यही अतृप्ति "मृगतृष्णा" बन गई !!— % &-
नासमझ ही मुझे समझ सकता हैं...
समझदारों ने तो पहले ही बहुत कुछ समझ रखा हैं 😊-
इतनी शिद्दत से किसने याद किया मुझे
जो हिचकी आने पर मुंह से खून आया..
😭😭-
मत देख इतनी हसरत से मेरी तरफ🙏
मैं उस बाजार में सब कुछ लुटा कर आया हूं
जिसे लोग "इश्क "कहते हैं !!-
मत देख इतनी हसरत से मेरी तरफ🙏
मैं उस बाजार में सब कुछ लुटा कर आया हूं
जिसे लोग "इश्क "कहते हैं !!-