दिसंबर की सर्द रात है,शाल तो उसने ओढ़ी होगी
आधी चाय पी ली होगी, आधी आदतन छोड़ी होगी
और मेरी याद.....
अरे कहां............इतनी फुरसत उसे थोड़ी होगी-
सुमित गुप्ता
(सुमित शाह)
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भस्म अंत है, भस्म अनंत है, भस्म ही है अंतिम सार...
महाकाल की बात ही निराली, भस्म ही है तेरा... read more
महाकाल की बात ही निराली, भस्म ही है तेरा... read more
Joined 10 February 2018
17 DEC 2022 AT 22:49
6 NOV 2022 AT 12:12
जो प्राप्त है वही पर्याप्त है
संतुष्टि में सुख का वास होता है
असंतुष्टि दुख का कारण होती है-
2 SEP 2022 AT 19:31
फिर लौटूंगा एक दिन अपने उसी अंदाज में
पर ये नहीं पता कौन से जन्म में लौटूंगा-
11 JUL 2022 AT 12:35
सभी को शिकायत है बदल गया हूं मैं
पत्ता पेड़ से टूटे और रंग भी न बदले-