कोई सीख दे गया तो कोई सबक देकर गया,
यह जाता हुआ साल हमें अनुभव देकर गया !-
मेरी सुबह खफा है,
मेरी शाम लापता है,
मेरे दिन बुरे हैं,
मेरी रात को भी पता है!-
मेरा मयार नहीं मिलता,
मैं आवारा नहीं फिरता!
मुझे सोच के खोना,
मैं दोबारा नहीं मिलता !!-
कुछ नहीं बदला दीवाने थे दीवाने ही रहे,
हम नए शहरों में रहकर भी पुराने ही रहे!
दिल की बस्ती में हजारों इंकिलाब आए मगर,
दर्द के मौसम सुहाने थे सुहाने ही रहे!
हमने अपने सी बहुत कि वो नहीं पिघला कभी,
उसके होठों पर बहाने थे बहाने ही रहे !!-
दिल एक है तो कई बार क्यों लगाया जाए,
बस एक इश्क बहुत है अगर निभाया जाए!-
मैं सुमित कुमार गुप्ता, एक भारतीय।
ना करूँ मैं चाँद का वादा,
ना बाँटू तुम को आधा-आधा।
ना जादू की छड़ी, ना कोई चिराग़,
है तो बस इरादों की झड़ी और कुछ कर गुज़रने की आग।
गेरुआ भी मेरा, हरा भी मेरा, ना किसी से बैर,
लहू था जो लाल मेरा,अब वो है तिरंगे की लहर।
मै सुमित कुमार गुप्ता, एक भारतीय। ☺️😔-
वो चैन से सो रहे हैं शहर बेचकर,
कोई सुहाग बचा रहा जेवर बेचकर,
बाप ने उमर गुजार दी घरोंदे बनाने में,
बेटा उसकी सांसे खरीद रहा है घर बेचकर,
बर्बाद हो गये कई घर दवा खरीदने में,
कुछ लोगों की तिज़ोरी भर गई जहर बेचकर !!-
जब लाईलाज थे तब संभल गए,
अब टीका है फिर भी फ़िसल गए।।
कोई दोष नही है महामारी का,
दिवाला निकला है समझदारी का।।
छूट क्या मिली बेपरवाह हो गए,
हम खुद ही लापरवाह हो गए।।
न मास्क पहना न दो गज की दूरी,
जिंदगी दांव पर लगा दी पूरी पूरी।।
अब बढ़े मरीज तो हड़बड़ा रहे है,
गलती की है,फिर क्यों पछता रहे है।।-
इंसान के परिचय की शुरुआत भले ही चेहरे से होती होगी...
लेकिन उसकी संपूर्ण पहचान तो वाणी, विचार एवं कार्यों से ही होती है..!!-
ना जाने कितनी अनकही बातें साथ ले जाएंगे....
लोग झूठ कहते हैं कि,
खाली हाथ आए थे,
खाली हाथ जाएंगे..!!-