27 OCT 2018 AT 9:34

पल में तोला
पल में माशा
ये दुनिया है मेरे दोस्त
यहाँ कभी आशा
तो कभी निराशा
यहाँ बोलते है कई लोग
कई तरह की भाषा
ये ज़िन्दगी है मेरे दोस्त
पल में तोला तो पल में माशा...

- ©Sumit Bhatia 'मीत'