Sumer Daiya   ($umer Dahiya)
88 Followers · 2 Following

read more
Joined 3 October 2019


read more
Joined 3 October 2019
31 JAN 2022 AT 8:52

नींद भरी आंखों से Typing
करती रहती है वो
मुझे नींद नहीं आती जल्दी
इसलिए जगती रहती है वो

-


21 JUN 2020 AT 10:57

"आत्महत्या"

जीते जी उसकी हत्या तुम कर देते हो
मरने के बाद उसे तुम आत्महत्या क्यों कह देते हो
उसको इतने दर्द दिए थे तुमने
उसको अन्दर ही अन्दर से मारा था तुमने
तुम्हारा तो नीजी स्वार्थ था
पर उसका तो जीवन निःस्वार्थ था
तुम आदमज़ादो का एक टोला था
पर वह दर्द सहने वाला अकेला था
वह ज़िंदगी से हारा नहीं था साहब
वो नीच़ो की नाजायज हरकतों से हारा था
मां वही जिसने प्रसव पीड़ा में अपना दर्द झेला था
आज वही मां उसका दर्द सह न सकी
पिता जिसने अपने कंधों पर बैठा कर बड़ा किया था
आज वही तीन साथी कंधों में भी उसका भार झेल न सका
बहन जिसने उसकी कलाई पर रक्षा का धागा बांधा था
आज वही चुपचाप उसकी कलाई से धागा खोल लायी
बेटियां जो लोरिया में, प्रभाती सुन रही थी
पिता तुम पर गर्व है, चुपचाप जाकर बोल आयी
मंजिलों के सफर में वो रोज दर-बदर भटका था
पर ना मिली तो जा आज फंदे से लटका था
हां, भरोसा पिता का विश्वास भाई का तोड़ा है
पर आज उसने आत्महत्या में दम भी तोड़ा है...!

-


4 DEC 2021 AT 17:36

किसी रोज़ यह हादसा तो
गुज़र जाना था,
मगर अफ़सोस उस हादसे में
हम गुज़र क्यों नहीं गये...!

-


30 NOV 2021 AT 15:59

गांव, गलियां, घर, प्यार, रिश्तें
ना जाने क्या-क्या सीना है हमसे
ऐ जिंदगी बस, गुज़ारिश है इतनी
अब "अकेलापन" तो रहने दें..

-


24 OCT 2021 AT 9:33

“चॉंद को इतना तो मालूम है तू प्यासी है
तू भी अब उसके निकलने का इंतज़ार न कर
भूख गर ज़ब्त से बाहर है तो कैसा रोज़ा
इन गवाहों की ज़रूरत पे मुझे प्यार न कर”

-


10 JUL 2021 AT 2:28

लाखों मेले होंगे हजारों महफिलें होंगी
तुम्हारा साया होगा तुम्हारे अफसाने होंगे,
आज सगाई हुई है किसी गैर के साथ
कल जब वो संग होगी, फिर भी हम अकेले होंगे

-


15 JUN 2021 AT 12:38

तुम ज़रा बचकर मेरे लफ़्ज़ों से रहना
मेरी ख़ामोशियां भी अक्सर चीखती है...!!

~ सुमेर दहिया

-


6 JUN 2021 AT 21:54

उन्होंने सोचा वो
हमारे सवालों के जवाब देंगे
मैंने ख़ामोश रहकर
पासा पलट दिया

-


29 MAY 2021 AT 21:37

महंगे तोहफ़ों में आशिकों की
अमीरों बहुत देखीं
दो दिलों की बढ़ती
करीबी बहुत देखीं
तेरी इक झलक पाने को
तरस जायेंगी निगाहें मेरी
ऐसी इश्क़ की फ़कीरी नहीं देखीं

-


24 MAY 2021 AT 23:08

ज़रा तमीज़ से पेश आइए हमसे
बाकी औकात से तुम्हारी तो
हम अच्छी तरह वाकिफ़ है।

-


Fetching Sumer Daiya Quotes