अल्फाज़ खोखले हो सकते है एहसास नहीं ,
और तुम तेईस की ही होगी पच्चीस की नही ।
माना समझती होगी तुम बेवकूफ मुझे ,
पर तुम्हें क्या पता तुम वहां हो जहां कोई नही ।
सोचा कुछ तो गिफ्ट करूं तुम्हे इस बार ,
पर मेरी दोस्ती से बेहतर कोई गिफ्ट भी तो नही ।
हां में खुदको जरूर लेखक कहता हुं ,
पर मेरे हर लेख में स्पष्टता हो जरूरी तो नहीं ।
बस सुनो , समझो और एहसास करो ,
क्योंकि तुमसे लड़े बिना मेरा दिन पूरा होता भी तो नहीं ।
अल्फाजों में ही गर समेट दूं तुम्हारा जन्मदिन में ,
फिर तो मेरसे बड़ा मूर्ख दोस्त दूसरा कोई नहीं 😂😜🥂
मिलते है ब्रेक के बाद .....
और हां Happy birthday cartoon 🤭-
𝔐𝔞𝔫 𝔴... read more
सोच
सोचा था कोरोना के बाद लोग सुधर जाएंगे !
इकठ्ठा करने और दूसरों को तकलीफ़ देना बंद कर देंगे !
पर लग रहा है सब उल्टा हो गया है , लोग और ज्यादा
पैसा इकट्ठा करने में लग गए जिससे महंगाई बड़ गई ,
और तकलीफ़ देना दूसरों को जैसे जरूरी बना लिया ।
आप क्या सोचते है ?-
हमें इत्र का शौक नही जो पल भर का साया है ,
हम किरदार के प्रेमी है जिसमे सारा जीवन रमाया है ।-
रूसवत हुए जो ख्वाबों में ,
इमारत हुए अब अल्फाजों में !!
हरकत और इबादत का तो पता नहीं ,
पर कायनात जरूर हुए अब विराजों में !!-
हर शब्द का अपना एक अलग रुतबा है ,
जिसने झेला वही समझता उसका दबदबा है !-
एक आर्टिस्ट का उसके आर्ट के प्रति सच्चा होना ,
उसकी कामयाबी की निशानी है ।-
दिखावे की दौड़ में हम उम्मीदों का दौर है ,
शांत दिखते भंवरों में भी समंदर का शौर है !!
चाहत का नमूना अब यूं भी न पेश कीजिए,
की रूसवत ही हो जाए जैसे ज़माने का ज़ोर है !!-
कुछ रिश्तों का मोल नही होता ,
अनमोल होकर उनमें तोल नही होता !!
हवाओं का रुख चाहे किसी भी और हो ,
पर दिशाओं से इनका समझोता नही होता !!— % &-
ख़ामोशी जब गूंज की तरह सुनाई दे ,
और वक्त की तामिल भी रुसवाई दे !
तो समझ लो यारो यही बेहतरीन इशारा है ,
अक्स मे मौजूद शख्स ही अब हर्फ किनारा है !— % &-