आईने से पूछते सवाल, जवाब में क्या पाओगे ।
जो जवाब मिल जाए तो हमसे भी मिलते जाना।
-
विश्वास का सूरज
द्वीधारा
शुभारंभ ,
गजले इक्कीसवी सदी की ,
पहचान एक प्रयास,
म... read more
सुन जिंदगी ..जीने के लिए यहाँ कौन सर खपाए , रोए -हंसे- जीए- गाए ...
इससे आसान रास्ता चुन लिया , तेरी हाँ में हाँ तेरी ना में ना कहना सीख लिया।
-
एक तेरी तस्वीर है जो मिटा देती है फासलें सारे ।
वर्ना.......
हम जितना करीब आए, तुझसे फासलें उतने पाए ।-
अपनी प्रतीक्षा पर मिलन का पूर्ण विराम न लगाऊंगा
तुमसे मिलूंगा भी नहीं और दूर भी नहीं जाऊंगा ।-
वो इत्तफ़ाकन एक बार मिला था जिंदगी में,
फिर ...
फिर ....
फिर, इत्तफ़ाक है , बार बार थोड़े ही होता है।
-
उम्मीद के बीज बो जाता है कोई बंजर जमीन पर ।
जरूर हार की फसल देखी होगी उसने कहीं पर .-
राधा का रूप लिए , रुक्मिणी सा लिए तन ..।
मीरा का धरा वेश, द्वारिकाधीश को तरसे मन।-
मन पतंग बन उडा है, पूस की हवा ना भाए...
स्नेह डोर बांध मन को बसंती सजन बुलाए।-
दिल की राह में एक सराय बना लीजिए ..
क्योंकि सफर में कहीं मंजिलें नहीं होती।-