नाकाम हो गए हम,
जब ऐसा लगा था मुझे...
फरिश्ता बनकर आया,
तब वो संभालने मुझे !!
उठ जाये गर कोई उंगली मेरी तरफ़,
चल देता है वो साथ मेरे....
कहता नहीं है कुछ भी कभी,
पर देता बहुत प्यार है मुझे !!
मैं हूं उसकी वो भी है साथ मेरे....🧿-
Likhti hu jajbaton se..na kisi bahane....
Wish me on - 20 nov
जब ऐसा लगा था मुझे,
उसने थामा था आकर सरेआम मुझे !!
फ़रिश्ता जो आया था सँभालने मुझे,
साथ ही रह गया निभाने साथ मेरे !!-
रोज नये किरदार निभाती हूं,
रोती हूं कभी और कभी मुस्कुराती हूं...!!
जैसे ही होती है सुबह,
में फिर सब भूल जाती हूं...!!-
जीवन दायिनी नाम है, रूप है इनके अनेक..
प्रत्येक वर्ष सब पूजते, ना जाने कोई भेद !!
बल और बुद्धि देती जो और देती सुख धूप..
भय करती दूर भक्त का, ऐसा मां का रूप !!
दुविधा में जब हम पड़े, बन जाती भव-तार..
कष्ट हरने हेतु ही, लेती मां अवतार !!
हर युग में मुनि देते है, सबको यह उपदेश..
माँ दुर्गा का मनन करो, कटेंगे सारे कलेश !!-
तेरे होने से पूरी हो जाती हूं,
तू ना हो तो अधूरी हो जाती हूं।।
रख ले मुझे इस तरह अपनी बाहों मे,
तू मेरा जिस्म मैं तेरी रूह हो जाती हूं।।-
काश ख़त्म हो जाते,
मुझमें सारे एहसास।।
फिर शायद कभी न होता,
कोई मेरा खास।।-