वक्त वक्त की बात है। हर' वक्त ' होते नहीं हमारे साथ है। कभी वक्त हमें रुलाते, कभी वक्त को हम हैं भुलाते कभी वक्त हमें आजमाते,कभी हम वक्त को बनाते जीवन का तो यह हंसी सौगात है।
कितने ही बादल काले छाए तूफान भी चारों ओर घिर आए तुझमें इतनी हिम्मत है खास साथियों होते नहीं निराश साथियों रख लो थोड़ा आस साथियों। जहां पर अभी ज़िंदगी खड़ी है यहीं तो हौसले,जज्बे की घड़ी है। मत होना उदास साथियों कर लो थोड़ा प्रयास साथियों हम सब की दुआ भी है साथ साथियों।