कोई खुश है अपने किरदार से...
तो कोई दुखी है.. "उसी" किरदार से...
मैं.. ना खुश हूँ ना दुखी हूँ...
बस.. "वाक़िफ़" हूँ...
हर किरदार से।।।
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Sukuun_e_qalb
(Guddaa)
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वो कहता है..
कि दिमाग नहीं मुझमें..
शायद,
सच कहता है...
क्योंकि मैं,
अक्सर...दिल की सुनती ह... read more
कि दिमाग नहीं मुझमें..
शायद,
सच कहता है...
क्योंकि मैं,
अक्सर...दिल की सुनती ह... read more
Joined 27 May 2020
31 JUL 2022 AT 19:09
24 APR 2022 AT 20:20
मुद्दतों से जिसे चाहा, उससे दूर रहना।
आसान तो नहीं...
किसी की खुशी बनकर, उसके आँसुओं की वजह बनना।।-
24 APR 2022 AT 17:20
ज़िंदगी कुछ यूँ कर गई.....
खुद को,
खुद से.. जुदा कर गई।
कोशिश तो बहुत की हमने...
मरहम लगाने की,
मगर एक तस्वीर....
ज़ख्मों को हरा कर गई ।।
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21 NOV 2021 AT 19:57
वो किसी के साथ हमबिस्तर हो गए.....
मगर फिर भी,
उनका चरित्र ना बिगड़ा.....
और हमने,
और... हमने....
किसी को ज़रा देख क्या लिया..
हम... चरित्रहीन हो गए।।
😑😊-
10 NOV 2021 AT 20:07
ख़्वाब देखना है तो करियर का देख साक़ी...
़़
़
़
इंसानों को पाने की ख़्वाहिश अक्सर तोड़कर जाती है।।-
8 NOV 2021 AT 0:05
अपने प्यार पर कभी भरोसा मत करो...
़
़
क्योंकि प्यार...
वो आपका है... आप उसके नहीं।।-
5 NOV 2021 AT 22:41
वो जन्मों की बातें,
बस बात ही थी...
कहानी अपनी,
बस इक रात की थी....-
4 NOV 2021 AT 13:53
जो पाक थी मोहब्बत,
उसे पाक ही रहने देते....
किसी और के होने से पहले,
मेरी जान तो ले लेते.....
😶
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