SUKHNANDAN DAS   (✍️सुखनंदन दास)
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Joined 25 October 2019


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Joined 25 October 2019
5 DEC 2022 AT 23:13

"जिन्दगी से सीखे तजुर्बे अभी बहुत कम है"

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23 NOV 2022 AT 6:58

"एक लड़की है"
जिसके आंखों में एक जुनून सा नजर आता है,
कुछ कर गुजरने का शुरुर नजर आता है,
जिसकी बांतो में मेरे प्यार का गुरुर नजर आता है,
उसकी बातें मुझे दीवाना बना देती है,
उसकी मुस्कान मेरे हर गम भुला देती है,
वैसे है तो वो एक हिटलर पर मेरी ही परवाह करती है
खाने पीने से लेकर चिंता मत करना सब ठीक हो जाएगा रोज बोलती है
मेरे लिए दिनभर परेशान रहती है,
मेरी एक मुस्कान के लिए ना जाने क्या-क्या करती है
मुझे थोड़ा सा तकलीफ़ गर हो जाए,तो परेशान हो जाती है
मेरी आंखो में गर आंसू आ जाए तो दिनभर रोती है
मुझे चिंता मत करो बोलती है
खुद मेरी चिंता में पगली ना जाने कई रातो तक जगती है
सबसे लड़ती है, सबसे बात करना छोड़ देती है
मुझे गर भला बुरा कोई बोल दे तो उसको गाली बक देती है
उसके लिए मै उसका जहां हूं,उसकी मुस्कान हूं
है वो पगली जिसको देखने और मिलने को मैं भी तड़पता हूँ,
देख कर उसे,. यूँ बैठे गुमशुम मेरी याद मे,
पता नहीं क्यों पर मेरा भी दिल मचलता हुआ नजर आता है
और अगर कभी झगड़ा हो जाए उससे
तो भूलाकर सब गीला सिकवा,उसके प्यार में गोते लगाने को जी चाहता है...
उसके साथ जीवन बिताने को जी चाहता है...

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23 NOV 2022 AT 6:55

"बस तुम्हारी कमी है"
चेहरा में मुस्कान और मेरी आंखों में नमी है...
सब कुछ है पास मेरे, बस तुम्हारी कमी है...
न तुम्हें जिद किया कभी, ना ही बात मानने को विवश।
बस चार कदम साथ चलने को तेरा हाथ मांगा...
गमो को न सही सुकून ही तेरे साथ बांटा...
ज्यादा कुछ नहीं बस तेरा साथ मांगा
किसी को उपयोग करने का सौक नहीं, मै और मेरी मोहबब्त दोनों ही सही है
सब कुछ है पास मेरे, बस तुम्हारी कमी है...
साथ चलो तो जीवन में बहार आ जाए
हांथ छोड़ो तो दर्द भरी मुस्कान रह जाए...
सोंचकर समझकर अपना निर्णय मुझे बताना...
तुम्हारा हक है मुझपे अपना हक जताना...
साथ चलो तो मेरे जीवन में बहार आ जाएगी,
मेरे जीवन में मुस्कान की लहर उमड़ जाएगी...
ये बातें झूठी ना ही गलत है, ये सारी बाते सही है
सब कुछ ही तो है पास मेरे, बस तुम्हारी कमी है..
अगर दूर ही रहना चाहते हो तो अपना ख्याल रखना
अपने चेहरे पर हमेशा मुस्कान बनाए रखना
तकलीफों को भुलाकर हमेशा खुश रहना
गलती हुई तुम्हे तंग किया उसके लिए माफ करना
ये झूठ नहीं मेरे दिल की बात सही है
सब कुछ है मेरे पास, बस तुम्हारी कमी है...

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23 NOV 2022 AT 6:53

"क्या मै कुछ ज्यादा ही चाहता था"
क्या मै कुछ ज्यादा ही चाहता था
उसकी मुस्कान को अपनी ताकत बनाना चाहता था,
उसकी हर अहसास को सांसो में बसाना था
अपनी सारी तकलीफे भूलाकर बस उसकी चाहता बनना था
दर्द की सिसकियां छुपाकर, मुस्कुराना चाहता था
उसकी बाहों की पनाह में रहना चाहता था,
उसकी जुल्फों की घटाओं में समाना चाहता था
उसकी कजरारी नयनों पे घायल होना चाहता था
सुकून से बस कुछ देर उसकी गोद में सिर रखना चाहता था
उसकी प्यारी हांथो से अपने बालों सहलवाना चाहता था
उसकी बाहों में लिपट कर यूं मदहोश होना था
उसकी मोहब्बत की पनाह में बस खोना चाहता था
सादगी उसकी ऐसी जिसको बस देखते रहने को जी करता था
उसे अपनी पलकों पे बिठाना चाहता था
वो खूबसूरती की इंतेहा थी
बस उसे जिंदगी बनाने को जी चाहता था।
उसकी मुस्कान को अपनी ताकत बनाना चाहता था
क्या मै कुछ ज्यादा ही चाहता था

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23 NOV 2022 AT 6:51

"मुस्कुरा देता हूं"
तेरे संग जीने की मेरी चाहत है
तेरे संग रहने से ही दर्द में मेरी राहत है
चार कदम चलके साथ छोड़ना मत मेरा
यूं तो बड़ी मुस्किल से बना हूं टूटने के बाद
दर्द की परिभाषा क्या दूं तुम्हें
जीवन ही दर्दमय था मेरा
मां के जाने के बाद बस यूं गुमनाम सा था सुखनंदन
दर्द की चार दीवारों में बस कैद सा हो गया था सुखनंदन
लोग हंसते थे मुझपर, मेरा मजाक भी उड़ाते थे
बैठा देख मुझे यूं गुमसुम, लोग कितना कुछ सुना के निकल जाते थे,
डरता ना हताश होता था लोगो की बातों से,
सब कुछ सह लेता था कुछ ना कहता था माता पिता को याद करके
दर्द कितना भी था, फिर भीं मुस्कुरा लेता था
अपने दिल की हर जज़्बात छुपा देता था
अपनी मां के साथ बिताए हर पल को याद करके बस मुस्कुरा देता था
यार तुम्हे पाने को मैंने अपने ईश्वर से कि इबादत है
तेरा साथ पाके खुशियों की बागान पाई है
क्या बताऊं तुम्हे ये हुस्न ये मलिका
बस हांथ थाम के कभी मेरा साथ मत छोड़ना
दर्द की पनाह में खुब रोया हूं
मुझें थोड़ा समझने का प्रयास करना
अपने आंसु सबसे छुपा लेता हूं
और चाहे कितनी भी तकलीफ़ आए बस तेरा हाथ थामके, सबके सामने मुस्कुरा देता हूं...

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23 NOV 2022 AT 6:48

"किसी से"
मोहब्बत हमने भी किया था किसी से..
थोड़ा नहीं बेइंतेहा किया था किसी से..
गुजारिशे करता रहा मैं, हमेशा साथ रहने को उससे
पर साथ ना दे पाई ओ,
हर वो लम्हा जब उन्हें जरूरत थी मेरी साथ दिया हमने...
सुख, दुःख, और सारी तकलीफों में साथ खड़ा रहा मैं,
पर मेरी मुश्किलों में मेरा साथ देगी
ऐसा वादा भी नहीं लिया था किसी से...
दिल की गहराई में उसका नाम लिख डाला था
अपने हर जज़्बात में उसका साथ लिख डाला था
तन्हाइयो की पनाह से दूर हो जाऊंगा, उसका साथ पाके
बस इतना ही ख्वाहिश रख लिया था अपने दिल में
जानता था उम्मीदें इंसान को रुलाती है
फिर भी उसपर भरोशा था
साथ छोड़ेगी वो मेरा जानता था
फिर भी हमेशा साथ देगी वो
इस विश्वास से बेइंतहा मोहब्बत किया जा रहा था किसी से...
मोहब्बत हमने भी किया था किसी से..
थोड़ा नहीं बेइंतेहा किया था किसी से..

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19 NOV 2022 AT 21:30

मेरा परिचय
के जिस गुरु से ज्ञान मिला उस गुरु को प्रणाम करता हूँ
आप सभी लोगो को दिल से सलाम करता हूँ
सकल से काला पर दिल का दिलवाला हु
थाना नवागढ़ और पोस्ट सिउंड ग्राम भैसमुडी
जिला जांजगीर चांपा (छत्तीसगढ़) मेरा निवास है
और हम जिस मुकाम पर है वो आप सबकी दुआ हैं
संघर्षों से लड़ना और लड़कर मुकाम पाना जीवन का सार है
मेरी माता स्व.श्रीमती लकेश्वरी बाई, पिता स्व. श्री देवी दास है
उनके आशीर्वाद से ही पूरण होते मेरे सारे काज है...
निष्ठा लगन और परिश्रमो से घिरा ही तो मेरा जीवन संसार है
अकेले में रोना और लोगो के सामने मुस्कुरा देना
और उस मुस्कान से सारे गम भूला देना
कलम की ताकत से अपने दिल की जज़्बात लिखता हूं
माता पिता और ईश्वर के आशिर्वाद से अपने सारे काम करता हूं
और सुखनंदन दास अपना नाम लिखता हूं...

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25 OCT 2022 AT 7:56

दिल की जज़्बात

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23 OCT 2022 AT 6:40

थक सा गया हू, सहारा चाहिए...
किसी और पर भरोसा नहीं, बस मेरी मां मुझे दोबारा चाहिए।

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3 APR 2022 AT 23:51

मोर लिए तै मोर जिनगी के आधार हरस वो रानी
मोर लिए तै मोर मया के एहसास हरस मोर रानी
आँखि ले मोर आँशु बोहाथे, जीवरा ह मोर रोथे
पगला दीवाना बनादेहस मोला तै ह अपन मया म र

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