गुजर रहा है साल भी
तेरे साथ रहने का ख्याल भी
जला रहा सिगरेट में ख्वाइशे कई
झलक रहा धुएं में तुझको खोने का मलाल भी ।-
sukhdev Kánwär
(Sukh)
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Hindi Lyrics Writer and composer
Joined 31 March 2020
29 DEC 2023 AT 21:18
20 OCT 2021 AT 13:54
ख़ुद के हालात बद से बदतर बनाकर तुम्हारा भविष्य संवारा करती है
वो मां ही है जो तुम पर लाखों रुपए खर्च कर ख़ुद सौ रुपए में गुजारा करती है।-
29 SEP 2021 AT 12:48
हर रोज़ तुमसे इकरार ए मोहब्बत की कोशिशें करता हूं
और ये कोशिशें नाकाम हो जाती हैं हर रोज़।-
19 SEP 2021 AT 17:20
मैं तुम्हारे आने की उम्मीद में जी रहा हूं
तुम इस उम्मीद में न रहना-
12 SEP 2021 AT 20:50
वो मुझे सब्र का बांध थामे रखने की सलाह देते हैं
जो हमेशा जल्दी में रहते हैं।-
12 SEP 2021 AT 19:42
बात ये नहीं कि मुझे वो पसंद नहीं
बल्कि बात ये है कि मुझे वो बिल्कुल भी पसंद नहीं-
7 SEP 2021 AT 14:51
सफर तब तक सफर था जब तक तू साथ नहीं था
अब तू साथ है तो सफर जन्नत सा है।-
31 AUG 2021 AT 19:52
मुझे दिन सी रात चाहिए
ज्यादा कुछ नहीं मुझे बस तुम्हारा साथ चाहिए-