ख्वाबों की जहां में कब तक घूमता रहूँ, रातों की नींद मैं कब तक ढूंढता रहूँ l यूँ तो मंजर होगा बहुत खूबसूरत पर, ऐ ख़ुदा उसके दीदार को मैं कब तक तरसता रहूँ ll
जिंदगी एक दर्पण सा है जिसमें सारी चीजें पास नजर आती है, आपको तय करना होगा, अंदाजा लगाना होगा, क्या सबसे नजदीक है, और वाजिब सी बात ये है कि जो नजदीक हो वही जरूरी भी होगा...
जिन्दा ज़िंदगी में, बेज़ान सा देखा मैंने, पहचाने चेहरों में, अनजान सा देखा मैंने ये किस्मत की खता है या रब की रुसवाई अच्छे वक़्त में ,बुरा अन्जाम सा देखा मैंने........
This is the place where HUMANS live. As science says HUMAN BEING is a social animal. So please keep in mind a social animal has no any weapon other than society. The gunpowder of society is Humanity. So keep Humanity with you for the better situation of your rest of time for human living beings.
मेरे दिल के बुने ख्वाबों से दूरी बढ़ती जा रही हैं उसे पाने की चाहत में मन की गति घटती जा रही हैं मुसाफ़िर हूं मैं जिस दुनिया का बदलती जा रहीं है अन्दर ही अन्दर एक नयी दुनिया बनती जा रही हैं