नहीं इंतज़ार नहीं करेंगे और तुम्हारा
जिक्र भी नहीं करेंगे
पल पल तन्हा ए ख़ामोशी मे मर जाऐंगे
लेकिन सनाया तुमहे बदनाम नहीं करेंगे-
जो बदल गया इतना.. करीब आने के बाद.💔
मिलते जुलते हैं यहाँ लोग ज़रूरत के लिए
हम तिरे शहर में आए हैं मोहब्बत के लिए
वो भी आख़िर तिरी तारीफ़ में ही ख़र्च हुआ
मैं ने जो वक़्त निकाला था शिकायत के लिए
मैं सितारा हूँ मगर तेज़ नहीं चमकूँगा
देखने वाले की आँखों की सुहूलत के लिए-
हमारी सारी ज़िन्दगी को
उन्होने बेरंग कर दिया
उम्र तो सारी हमारी ही थी
लेकिन उसे भी उन्होने
नुर - ए - बसर कर दिया
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उलझे हुए मिजाज का लड़का हूं मैं
कभी कभी खुद की बातों में खो जाता हूं
तुम हिम्मत की बात मत करना बड़ी बातो सब्र छोटी बातो पर अक्सर रो जाता हूं
बात बात पर रूठ जाने की आदत है मुझे कभी कभी खुद से ही खफा हो जाता हूं
वजह नहीं जानता हालातों का मसला ये है की मैं बहुत जल्दी जज्बाती हो जाता हूं
मैं वो लड़का जो इस मतलबी दुनिया में हर रिश्ते दिल से निभाता हूं..-
क़ाबिल ऐ तारीफ है
तुम्हारी मोहब्बत
चंद मुलाक़ातें क्या कर ली तुमसे
ज़िंदगी तबाह कर ली हमने-
भूल जाती हैं पिछली ठोकरें भी
कमबख़्त ये ज़िंदगी भी देख कर नही चलती है
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फिर देखते ही देखते… .
मेरी हसरते तमन्नाए और खुशीया… .
सब दिल मे ही कही दफ़न हो गए… .-
आंखों में तेरी निहारना चाहता हूँ
खुद को मैं तुझ में उतारना चाहता हूँ
मांग ले वक़्त से कुछ लम्हे मेरे लिए
कुछ वक़्त तेरे साथ गुजारना चाहता हूँ
बहुत तन्हा हूँ दुनियाँ की भीड़ में मैं
तन्हाई से खुद को निकालना चाहता हूँ मैं-
मौसम को इशारों से बुला क्यूँ नहीं लेते
रूठा है अगर वो तो मना क्यूँ नहीं लेते
दीवाना तुम्हारा कोई बहुत ग़ैर तो नहीं
मचला भी तो सीने से लगा क्यूँ नहीं लेते
ख़त लिख कर कभी और कभी जलाकर
तन्हाई को बेहद रंगीन बना क्यूँ नहीं लेते
तुम जाग रहे हो मुझे अच्छा नहीं लगता
चुपके से मेरी नींद को चुरा क्यूँ नहीं लेते-
प्रेम मांगा नहीं जाता
प्रेम दिया जाता है
प्रेम किया नही जाता
प्रेम हो जाता है
प्रेम में स्वार्थ नहीं होता
प्रेम में निश्चल होना होता है
प्रेम को मापा नही जाता
प्रेम को भक्ति की तरह किया जाता है
प्रेम अधूरा नही होता
प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता
प्रेम में लीन होना पड़ता है
प्रेम में शुद्ध होना होता है-