नज़रों में बसना दिल में बसने से ज़्यादा बेहतर है
नज़रें उस शक्स को ज़ुबान और दिल में उतरने नहीं देती
बस उसे हर दिन ढूँढती हैं
ताकि नज़रें उसकी नज़रों से मिल सके
नज़रों ही नज़रों में बातें कर सके
कुछ रिश्ते नज़रों से शुरू होते हैं और नज़रों में ही ख़त्म हो जाते है
कुछ नज़रों में ख़ुशी पाते हैं तो कुछ टूट कर ग़म हो जाते हैं
ये नज़रें हैं,
सामने वाले को डुबाने का हुनर रखती हैं
इसलिए ज़रा संभल कर नज़र मिलाएगा
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@isujataofficial
कुछ बातें कुछ यादें कुछ एहसास कुछ ख्याल ऐसे हैं
जो ब्यां नहीं हो पाते
समंदर की तरह गहरे हैं
उन बादलों की तरह दूर
सबकी समझ से परे
कोहरे की तरह धुंधले हैं
सच कहूँ तो कभी ये सब बताने का मन नहीं हुआ
बस यही जज़्बात तो मेरे अपने हैं जो सिर्फ़ मुझसे हैं और सिर्फ़ मुझ तक हैं
इन्हें भी बांट लिया अगर फिर बचेगा ही क्या
मैं कुछ छिपाना नहीं चाहती बस जज़्बातों को अपना बनाकर भीतर ही रखना चाहती हूँ
ताकि उन्हें याद करूँ और मुस्कुराऊँ
अपनी यादों पर सिर्फ़ अपना हक़ जताऊँ
हम खुली आँखों से इतना कुछ कहाँ देख पाते हैं
मैंने बंद आँखों में बहुत यादें बनाई बहुत सी सुंदर यादें सिर्फ़ अच्छी
और खूबसूरत
क्यूँकि बुरी यादें और बुरे तजुर्बे देने के किए बहुत लोग हैं आपके आस पास
कभी कभी अकेला रहना अच्छा लगता है
ताकि बंद आँखों से अपनी सोच के दायरे को बड़ा कर सकू
और अपनी यादों में गुम हो सकूँ
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जिसे दिल की चाबी दी वो चाबी खो बैठा
और हम इंतज़ार में कि अब वो दरवाज़ा खोलेगा
कुछ अपनी सुनाएग
कुछ हमारी सुनेगा
लेकिन जो बग़ावत थी वो सिर्फ़ हमारे बीच की कहाँ थी
बातें ना समझ पाना टाइम ना देना इज़हार ना कर पाना यही तो शिकायत थी
मैंने चले जाना बेहतर समझा
उसने मुझे समझाना
मैं जा चुकी थी
वो समझाना छोड़ चुका था
आज हम दोनों सोचते हैं कि बस एक नज़र देख पाते एक दूसरे को तो शायद सारे शिकवे दूर हो जाते
एक नज़र देखते सारी बातें ख़त्म हो जाती
एक नज़र देखते तो शायद सब कुछ बदल जाता
एक नज़र देखते तो शायद सोचते ये आख़िरी मुलाक़ात की शुरुआत है
वो एक बेहद ख़ूबसूरत ख्याल है
जिससे सिर्फ़ बातें थी मुलाक़ातें नहीं
सिर्फ़ एक ख्याल जो हमेशा ज़िंदा रहेगा मेरे ज़िंदा रहने तक
जिस दिन मैं मर जाऊँ उस दिन मेरे ख्याल भी राख हो जाएँगे
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I got a text from my primary school friend or i can say my classmate
he said how r you ? and added remember me?
when i read that text i smiled as i travelled 20 years back because of him and yes i recognised him
travelling back 20 years -its full of life and plans
cheerful girl with her books n family friends and wht not
now its all part of life and our memories but i felt so lucky and emotional after seeing my classmate texting me
he just made my day and now m smiling n smiling
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well ! i am unmarried
working in Chandigarh
i am confused where to go
i am not considering my fathers house is mine
and same goes with my fiancé’s
where to go where to live
but Am not afraid now
something in my mind- ladkiyan parayi hoti hain!
na baap ka unka ghr
na pati ka ghr unka ghr
fihal pani ke bhaav me beh jana sahi rhega-
मैं खिचड़ी पका लेती हूँ और ख्याली पुलाव भी
लेकिन सिर्फ़ दिमाग़ में नहीं ,रसोई में भी-
अब रिहा हुए भी तो क्या रिहा हुए उनकी कैद से
अब उनकी यादें भी तो उम्रकैद से कम नहीं थी-
अर्ज़ किया है
तुम मेरे क्या थे और क्या हो गए
तुमसे मिले तो तुम्हीं में खो गए
एक बूंद थे लेकिन मोहब्बत में तुम्हारी समंदर हो गए
तुम मेरे क्या थे और क्या हो गए
एक ठहराव चाहते हैं तैरना चाहते है इस समंदर में
हम फना हुए इस कदर -कि समंदर में डूब गए
चाहते हैं कि ये इश्क ए इज़हार हर हर्फ में निकले
तुमसे मिले तो क्या थे तुम में जिए तो क्या हो गए-
एक बहुत पहली बार जब उन्होंने मुझे रसोई में देखा
उनके लिए आलू के परांठे बनाते हुए
मैं पूछती रही , क्या हुआ ऐसे क्यों देख रहे हो?
लेकिन वो आंसूओं से भरी आंखों के साथ खामोश खड़े देखते रहे
वो लम्हा मुझे बेहद प्यारा है आज भी
और हमेशा से बहुत पसंद रहा है मुझे
उनके लिए खाना बनाना और सुनना कि-
" इतना टेस्टी खाना मैने कभी नहीं खाया या फिर आलू के परांठे मेरे फेवरिट है मैं तुम्हारे हाथ के बने आलू के परांठे रोज़ खा सकता हूं"
उनके लिए खाना बनाना मेरा पसंदीदा काम है या कह सकते हैं कि मेरा प्यार है उनके लिए.....
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It's good that we parted before we met,
otherwise I would have definitely regretted that first meeting-