एक प्यास अहसास।
मुहब्बत, हसरत, सुकून जूनून हो तुम मेरा,
तेरे सीने पे घर मेरा, मैं तेरा जिस्म-ए-बसेरा।
अपने दरमिया मुझे फिर से बसा लो जानम,
हर आह के संग हम, चख ले खुशी और गम।
तुम्हें पी लूं बार-बार लगातार देखो मेरा चेहरा,
आँखें दिखा देंगी, मुझमें मन-बदन तेरा ठहरा।
बस एक घूंट और मुझे ले चल तेरी ओर सनम,
प्यास नहीं पीने की, संगम है अपना हर जनम।
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