तू दुर्गा है तू काली है, तू इस जगत की नारी है। तोड़ बेड़ियां फेंक उन्हें, तू अनमोल शान हमारी है।
मुझे पता है।
बहुत दर्द सहे होंगे तूने पर परीक्षाएं अभी बहुत सारी हैं। तू हिम्मत कर तू आगे बढ़ तुझे खुद की पहचान बनानी बाकी है।
शायद! शायद, अपनों का साथ ना हो पर याद रख, तू अकेले सब पर भारी है। तू दुर्गा है तू काली है, तू इस जगत की नारी है। तोड़ बेड़ियां से उन्हें, तू अनमोल शान हमारी है।