Aadi se le ke ant tak ka Safar tay karna hai
Suno.....
Tum mere HUMSAFAR ho mujhe tumhare hi sang jindgi ke har dagar pe chalna hai ❣️-
कभी-कभी , युंही अपने ज़ज्बातों को पन्नों पे उतार लेती हूँ,
कुछ इस हुनर के स... read more
Kabhi dil karta h rukmani ban jau
Aur sada ke liye tumhare naam se jud jaun
Kbhi dil karta h ban radha tumhare dil me bas jaaun
Koi tumhari aankhe dekhe to mera nam pdhe koi tumhari jhalak dekhe to meri chavi dikhe
To kabhi dil karta h meera ban jaun aur kar band in aankho ko tumhari dhun m kho jaun
Tum pas n v ho mgr har waqt tumhe aas pas hi paun
Bas tumhe nihaarun aur bina kisi khwaish ke tumhe apne dil me basa loon🪷-
कभी दूर जाते हो
कभी पास आते हो
इस कदर से इतना मुझे तुम क्यूं सताते हो
इक दफा कहो तो सही की आखिर क्या चाहते हो।
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कैसी पहेली सी हो गयी है जिन्दगी ,
जो सुलझती हि नहीं।
कभी सुलझाना जो चाहूँ
तो
कम्बख्त उलझती चली जाती है।😶
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भरी हुई कॉपी के पन्नो पे कितना भी रबर घिस लो मगर पेन्सिल के निशां नहीं छूटते।
तो आखिर कैसे मान लिया तुमने कि तुम्हारे दूर जाने से हम तुम्हारा जिक्र छोड़ देंगे।।-
प्रिय यादे...😐😐
कितनी बेरहम हो तुम।
कहो.....
इतनी बेदर्दी से तुम मेरे पास आ के क्युं यहीं डेरा बसाती हो
कभी अंजानो के शहर भी हो आया करो न
कभी उनपे भी अपना रंग चढाया करो न
क्यों मुझे हीं इतना तडपाती हो
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इक कागज़ के पन्नो पे कुछ ख्वाब लिख के सहेजे हुए थे।
इस आस में कि
किसी दिन किसी मोड़ पे पूरे जरूर होंगे ।
आज उन पन्नों के चिथड़े नजर आये।
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हर इक चेहरे में तुम्हारा चेहरा नजर आता है।
मगर
तुम नही।
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पेड़ की डाली से पत्ते टूट जाते हैं
गम उस पेड़ को क्या
उनपे तो बहार अगले ही क्षण आ जाते हैं।
मगर दर्द उन पत्तो से पुछो जो टूट के किसी और से नही जुड़ पाते ।-
मिलेंगे कभी वो तो पूछेंगे हम उनसे
आखिर keeमत क्या लगाई हमारी मोहब्बत की।-