वो रात भूले न भुलाई जाती है । जिस रात तू मेरे साथ था । तेरा हाथ मेरे हाथ में था । तेरा सर मेरे कंधे पर था । इस कदर तेरा मेरे साथ होना इत्तेफाक था, या फिर वो मेरा भाग्य था पता नहीं। बस वो रात भूले न भुलाई जाती है ।
तुम्हें एक बात कहनी थी कि तुम जो मेरे न हुए तो क्या हुआ, पर जिसे तुमने चाहा वो तो तुम्हारा हुआ । बस यही दुआ है मेरी जो तुमने मेरे साथ किया वो तुम्हारे साथ न करें । बस यही तुम्हें एक बात कहनी थी....
कुछ पल के लिए भी भूल जाऊ तुम्हें ये हमसें नहीं होगा । तुम्हारे बिना एक पल न निकले मेरा तो ये कैसे होगा । कुछ पलों की ही तो बात है , अगर ये कुछ पल ही न होते जिंदगी में तो हम भी ना होते इस जिंदगी में ।