तेरा इंतजार करते-करते टूटने लगे
वह ख्वाब जो सजाए थे हमने
लगता है जैसे सांसे टूट जाएगी
तुम नहीं आओगे बस
मेरे मरने की खबर जाएगी
फिर लगता है कभी तो तेरी खबर आएगी
अब मेरा सब्र टूटने लगा है
तेरा इंतजार करते-करते लगता है
एक दिन जीवन की रेलगाड़ी छूट जाएगी
तेरा इंतजार करते-करते
देखो रात्रि गुजर जाती है
तुमको याद करते-करते
हर साल पतझड़ आता है
तुम्हें याद करते-करते
वसंत गुजर जाता है
तुम को याद करते-करते
पर कभी वह वसंत नहीं आता
यादों की जगह सिर्फ तुम आते
बस यूं लगता है
एक दिन वक्त पूरा हो जाएगा इंतजार का
कोई ऊपर से पैगाम आएगा मेरे इंतजार का
तब जाना होगा तेरा इंतजार करते-करते-
जीवन जीने के लिए क्या चाहिए
बस एक ऐसा इंसान चाहिए
जो हम से ज्यादा हमको चाहे
नहीं तो जीने में बड़ी मुश्किल होगी
हम उसको चाहे
वह किसी गैर को चाहे
तो जीवन में बड़ी मुश्किल होगी
हम जिसको चाहे वह हमको चाहे
बस एक ऐसा राजदार चाहिए
नहीं तो जीवन में बड़ी मुश्किल होगी
हम जिसको सरहाऐ
वह हमसे ज्यादा हमको सारहाऐ
जीवन में इससे ज्यादा क्या चाहिए
बस जीवन जीने के लिए
हमें ऐसा हमसफर चाहिए
नहीं तो जीवन जीने में बड़ी मुश्किल होगी-
मेरा दिल कोरा कागज
जान तूने क्या किया
जिंदगी ऐसी भीगी भीगी
ना लिखने के काबिल है
ना जलने के काबिल है
गल के यह दोबारा
कागज बनने के काबिल है
ओ मेरी जान तूने यह क्या किया
जो सूखा सूखा था मेरा जीवन
उसको तूने खारे पानी से भर दिया
यह ना अब लिखने के काबिल है
और ना जलने के काबिल है
बस
यह तो गल ने के काबिल है-
खूबसूरत पल में जरूर कभी लिखूंगा
जो सोचता रह गया और लिख ना पाया
तुझे चाहा तो बहुत
पर तेरे काबिल बना ना पाया-
क्यों तु किसी का इंतजार कर्ता है
यू राहों पर फूल सजाकर
क्या कभी किसी को तूने लौट कर
आते हुए देखा है
क्या कब्र पर फूल सजाने से
क्या जाने वाले आए हैं
दूर कहीं चांद सितारों में रहते हैं
इसीलिए यादों में आते हैं
कोई वहान नहीं है
आने जाने का इसीलिए
उनके लिए फूल चढ़ाए जाते हैं-
जैसे चाहा मैंने तुझको
ऐसा कोई और चाहे तुझको
तो भूल जाना बेशक मुझको
पर ऐसे ही भुला दिया मुझको
तो मोहब्बत की रुसवाई होगी
मोहब्बत में होकर तबाह
तबाही कभी किसी को दिखती नहीं
मोहब्बत वो है इसमें लगी आग
कभी किसी से बुझती नहीं
लोग भूल जाते हैं
मोहब्बत लाइलाज बीमारी
जिसकी दवाई किसी दुकान पर
कहीं भी बिकती नहीं
दिल में लगने वाली टीस
कभी मोहब्बत की मिटती नहीं-
जब भी मेरा दिल धड़का
सिर्फ तेरे लिए धड़का
जब भी यह तड़पा
सिर्फ तेरे लिए तड़पा
जाने क्यों मेरा दिल
मुझे से बेवफा हो गया
और मुझे से बावफा हो गया
क्यों मुझे से खफा हो गया
पता ही नहीं लगा
जो दिल मेरा था
कब तेरा हो गया-
जीना मरना है
हर पल यही तो करना है
आती जाती सांसे है
अगले पल पल हर दम
तुझको मुझको सबको मरना है
पूरे जीवन इतना ही तो करना है
जब मरना है तो क्यों डरना है
बस हर पल तू प्यार कर
ना मौत का इंतजार कर
तू जब आएगी तब आए
जो पल है तेरे पास
उनको जी ले
पल पल हर पल क्यों मरना है-
उसकी जानलेवा अदा थी
तड़पने और रिझाने की
मेरी मंजिल थी
उसे चाहे जान की
वह मेरे आस-पास नहीं
वह मेरी कोई खास नहीं
फिर भी जाने क्यौ
मेरे दिल में घर बनाए बैठी है
बेवजह मुझ पर ऐंठी रहती है-
किसी इंसान की कीमत कितनी गिरती
हम तुम बता नहीं सकते
क्योंकि अरबपतियों को
इश्क में मुफ्त नीलाम होते देखा है-