मुझे देती हैं तसल्लियां -
मुझे देती हैं तसल्लियां
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उम्मीद ही रोशनी है -
उम्मीद ही रोशनी है
चाहे कितना करूं जतनवो जो हंसता हुआ दिखता हूं मैंवह सच नहीं, है इक आवरण -
चाहे कितना करूं जतनवो जो हंसता हुआ दिखता हूं मैंवह सच नहीं, है इक आवरण
कह कर गया था जो कल फिर मिलेंगे -
कह कर गया था जो कल फिर मिलेंगे
ख़्वाब तो बड़े अच्छे हैं, ख़ैर -
ख़्वाब तो बड़े अच्छे हैं, ख़ैर
तन्हाई में वही मनमीत हुआ -
तन्हाई में वही मनमीत हुआ
जागा था रात भरजब जागने का वक्त हुआसोने चला गया -
जागा था रात भरजब जागने का वक्त हुआसोने चला गया
उसकी संतान पर जो गुजरती है -
उसकी संतान पर जो गुजरती है
बिना किसी परिणाम की आस में -
बिना किसी परिणाम की आस में
आसान हो जाती हैं राहेंवरना सामने हो मंज़िल और लगे पहाड़ सा -
आसान हो जाती हैं राहेंवरना सामने हो मंज़िल और लगे पहाड़ सा