बड़ी बेगैरत है ये दुनिया,,,,, हर बार तूझे डरायगी,,, लेकिन तू अपने इरादों पर कायम रखना,,, लाख आए मुश्किलें जिन्दगी में,,,,, लेकिन तू अपने हौसलों को बनाए रखना ।।
"दिल मे क्या दर्द है , ये कोई जानता ही नहीं । किसी और हसीन चेहरे से, ये दिल मानता ही नहीं । दिल तो पगाल है , इसे कौन समझाए । ये चाहाता है जिसे , बो जानता ही नहीं है ।,,
"रामा अपने हुस्न की जरा गुलाब सी है ।, जिक्र से रामा की हमारी शायरी के लफ्ज महक जाते हैं ।, उफ़ निगाहे रामा की पुरानी शराब सी है , जब भी होती हैं रू-ब-रू कोई बहक जाता हैं ।।,,