...... -
......
-
।।।।।।।।। -
।।।।।।।।।
कहने को बहुत मिले भी हमें भी साथ चलने वाले,मगर बात जब ठहरने की हुई तो कोई शख्स नहीं रुका। -
कहने को बहुत मिले भी हमें भी साथ चलने वाले,मगर बात जब ठहरने की हुई तो कोई शख्स नहीं रुका।
..... -
.....
कभी सदियाँ एक लम्हा.......,कभी एक लम्हा सदियों सा लगता है,में सो भी जाऊँ तो मेरी आँखों मे,तेरे ख़्वाबों का एक शहर जगता है।ज़रा सा भी रोकूँ तो कैसे इसे,ये मुठ्ठी से रेत सा फिसलता है,जैसा भी है, अच्छा है, ये वक़्त,एक अरसे से जरूर बदलता है।। -
कभी सदियाँ एक लम्हा.......,कभी एक लम्हा सदियों सा लगता है,में सो भी जाऊँ तो मेरी आँखों मे,तेरे ख़्वाबों का एक शहर जगता है।ज़रा सा भी रोकूँ तो कैसे इसे,ये मुठ्ठी से रेत सा फिसलता है,जैसा भी है, अच्छा है, ये वक़्त,एक अरसे से जरूर बदलता है।।
:::::: -
::::::
---- -
----
।।।।।।।। -
।।।।।।।।
हयात-ए-ज़िन्दगी के आखिरी कत्ल है हम,और कातिलाना ही रहा है मिज़ाज-ए-ज़िन्दगी। -
हयात-ए-ज़िन्दगी के आखिरी कत्ल है हम,और कातिलाना ही रहा है मिज़ाज-ए-ज़िन्दगी।
क़ीमत उन्हीं को मालूम जिनको में हासिल नहीं,यही यकसानीयत है वक़्त में और मुझमें। -
क़ीमत उन्हीं को मालूम जिनको में हासिल नहीं,यही यकसानीयत है वक़्त में और मुझमें।