मै जिस कमबख्त की बात कर रहा हूं,..उसका जिक्र आज करना जरूरी है।।
जो ताउम्र लिखता आया खुद को,..उसे भी तो पढ़ना जरूरी है!!
की आखिर क्या वजह रही होगी, जिसने उसे बेवफा बनाया होगा।।
वो नेक दिल खुदा का खिदमतगार, फिर कैसे उसमे शैतान समाया होगा!!
वो बदलाव बदले के लिए था,या वो केवल खुद को बदलना चाहता था??
पुरानी यादें भुलाने की चाहत थी उसे, या इल्म ए हिज्र में वो मचलना चाहता था।।
कितने ही सवाल अनसुलझे से हैं,जिनका जवाब मिलना अभी बाकी है।।
जमाने में जमाने भर की बातें फैली हैं,जो कि सारी ही बेवजह की हैं।।
असल में शायर तो समझने की चीज है ही नहीं..
वो तो मानो किसी मेहखाने का कोई साकी है।।
जो अपनी सोच परोसता आया सबको,
ये कहानी उस निर्मोही के इब्तिदा की है।।
-shayar🖤-
Don't be so smart!!
Don't be so clever!!
Let the miracle happend..
Mahadev needs no favour!!
-Shayar🖤-
Kitne hi kirdaar nibhae maine
Ak hakikat khud se hi chipane k lie
Ki tere bad koi raas aya nahi is dil ko
Sari zandgi sang kisi ke bitane k lie-
Mohabbat me log bewajah hi barbaad nahi hote hain..
Kuch yado ko kewal bhulane me hi puri zindagi guzar jati hai....-
Akelepan ka koi ilaaz nahi..
Is bat se mujhe koi aitraz nahi..
Kuch marm ham khud chunte hai..
Taumr tanha rehne ke lie-
जो लोग हमे देख कर रास्ते बदल रहें थे,
अफसोस हम उन्हीं के वास्ते बदल रहें थे।-
इस मोहल्ले की फिजाओं में आज मोहब्बत सा घुला है,
लगता है वो अपने मायके आई हुई है!-
तकलीफ होती है तेरे चेहरे को देख कर ए शायर!
तेरी आंखों में अब वो खुमार नजर नहीं आता।
चाहने वाले तो तमाम हैं इस जमाने में तेरे लेकिन!
तेरी निगाहों में अब किसी के लिए प्यार नजर नहीं आता।-
मेरी कश्ती को आज तक कोई किनारा ना मिला।
जिसने खोया हमको, उसे ये शायर दोबारा ना मिला।
अपने सवेरों को हर रोज तनहा शाम होते देखा हमने क्योंकि,
हमारे आसमा को दूजा कोई सितारा ना मिला।-
आपका मिलना मुकद्दर में हो ना हो,..
पर एक मर्तबा हम आपसे मिलने जरूर आएंगे!!
यू तो हमने कई ख्वाहिशों को अधूरा ही रहने दिया फकत,..
आपकी ये चाहत संग आपके ताउम्र जीना चाहेंगे!!-