दर्द गर जो बिकता किसी जहां,खुद को भी बेच के लाता मैं तेरे लिए | - ©SUBHAM AGARWAL
दर्द गर जो बिकता किसी जहां,खुद को भी बेच के लाता मैं तेरे लिए |
- ©SUBHAM AGARWAL