Subham Agarwal   (©SUBHAM AGARWAL)
1.3k Followers · 217 Following

read more
Joined 18 January 2017


read more
Joined 18 January 2017
22 OCT 2024 AT 22:09

करवटें घबराहटें तन्हाइयाँ,
हाए मुझको तेरी ये फ़रमाइयांँ।

-


24 AUG 2024 AT 0:25

बचपन की कहानियों सी, ख़्वाब जैसी लगती हो,
छुपा रखा है किताबों में तुमको तुम बिल्कुल गुलाब जैसी लगती हो।

-


10 MAY 2024 AT 23:45

बिछड़ा जो तुझसे तो मुझको श्याम मिला,
तेरे बाद मुझको बहुत आराम मिला।

-


22 FEB 2024 AT 23:55

दिन रात सँवारा करती है गेसू अपने दीवानों के सामने,
उसे खबर नहीं कितने बिगड़ते है हालात ऐसे तूफ़ानों के सामने।

-


12 FEB 2024 AT 23:44

मुकम्मल करते है तेरे तसव्वुरात मुझको,
तुझको ना सोचूं ज़रा देर तो अधूरा हो जाऊं।

-


21 JAN 2024 AT 23:25

रिश्ते बने ऐसे की जख़्मों की कमी ना हुई,
कुछ दोस्तों में बिल्कुल मेरे दुश्मनों का स्वभाव लगता है।

-


10 NOV 2023 AT 0:18

आते जाते है लोग कितने मेरे दिमाग से बस तू नहीं जाती,
थक गया हूँ कर कर के साफ बदन अपना मेरे बदन से तेरी बू नहीं जाती।

-


2 OCT 2023 AT 22:55

इश्क़ में लड़के समेट लेंगे तुमसे इश्क़ तुम्हारा,
और बदले में सौंप देंगे तुम्हें बचपन अपना।

-


17 SEP 2023 AT 23:36

निगाहें मोटी, आरिज़ गुलाबी, अदाएं तीखी,
अब और क्या बताए लुटेरे कैसे होते है।

-


7 SEP 2023 AT 0:57

मुझको भी तो बाबा मेरे हिस्से की ठाकरी दे दे,
वृंदावन निकले प्राण मेरा मुझको अपने चरणों की चाकरी दे दे।

-


Fetching Subham Agarwal Quotes