छुप गया प्रेम सा चांद
बादलों के अधंकार में
अब सब को दिखा तो बस
गुस्सा, कलंक, मदांध
प्रेम तो अधुरा सा रह गया
तुमसे गले मिलना सपना हो गया
मुझे याद आते तो बस तुम
तुम्हे नज़र आती है मेरी कमियां
दिल आज चूर है तुम्हारे लिए
काश! तुम मुझे संभालते
और मैं पूरी तरह बिखर जाती।-
बयां नहीं कर पाते हैं दास्तान दर्द ए दिल
इसलिए कलम का सहारा लेते हैं... read more
यहां सब अपना है
सब पराये हैं
मैंने खुदको प्यार के लिए तरसते देखा है
सबको खुश करने की नाकाम कोशिश देखी है
मैंने खुद को रोते देखा है
हर कदम पर खुदको अकेला देखा है।
खुदके अश्कों में स्याही को सुखते देखा है
शब्दों को निःशब्द देखा है।
लोग कहते हैं वो मेरे साथ है
मैंने लोगों को अपनी बातों से पलटते देखा है
भगवान की मूर्ति को निस्तेज
अपने दिल को पत्थर की तरह देखा है
इस ग़ालिब ने ऐसा एक मनहूस संसार देखा है।-
एक तड़प के बाद
मन में छा जाता है एकांत
एक घनघोर काला बादल
एक शून्यता
फिर मलिन है पाने की इच्छा
कम हो जाता है खोने का डर
किसीके होने न होने की चिंता
पर इंतज़ार और आशा
अब भी किसी कोने में दुबक कर बैठा है
एक बूंद अश्क के साथ साहस दिलाता है
फिर सब ठीक होगा
पर हालात सर्वथा विपरीत है
मन को कौन समझाए
"ऊधौ! मन माने की बात?"-
चलो दिल की बातें करते हैं
मन में भरा फ़रियाद को ख़त्म करते हैं
रुबरु होते हैं ख़ुशी से
आज जिंदगी को थोड़ा जी लेते हैं।-
ख़ुशी तो है क्षणिक
ग़म जीवन का साथी है
अपने पराया का होता है फैसला
जब ख़ुशी जीवन से जाती है।-
बहते अश्कों में
अतीत की परछाई में
शब्दों की गहराइयों में
दिल के एक कोने में
हम तुम्हें अभी भी चाहते हैं।-