दिल की तार छेड़ कर, बालों पे हाथ फेर कर...
बरसों की सोयी उम्मीदें ना जगाया करो...
आँखों में ख्वाब सहेज कर, होठों पे बात फेर कर...
बीती हुई कहानी को फिर से ना दोहराया करो...
साँसों मे खुश्बू उड़ेल कर, दिल मे मुझको कैद कर...
टूटे हुए इस आईने में अक्स ना सजाया करो...
धड़कन में गीत भर कर, सुर ताल का मेल कर...
बीते हुए सायों को फिर से ना बुलाया करो...
लबों से नाम लेकर, आहट से प्यार दे कर...
बिखरे हुए इस दिल को फिर ना बहलाया करो...-
सिर्फ तुम,
तुम्हारे सिवा कोई और नहीं,
दिल का कोई ठौर नहीं,
तेरा सपना, तेरी रातें,
नींद पर भी अब जोर नहीं ॥-
कैसी कश्मकश सी, ये मेरी जिंदगी है?
जो कभी गलत है, तो क्या सही है?
बिन तुम्हारे क्यों, हालातों में बेबसी है?
दुआओं में जिसने मांगा था, क्या वो यही है?
तुम्हारी तवज्जो का, अब है इंतज़ार दिल को?
क्यों कर रखा है, तुमने बेकरार दिल को?
नज़रें झुका के, पलकें उठाके, हमे सताना, क्या ये सही है?
दुआओं में जिसने मांगा था, क्या वो यही है?
क्यों बनाके काफिर, भटका देती हो बार बार?
तेरा सपनों में आना, ठंडी रातों में मुझे जलाना?
तुम्ही अब बताओ मुझे, क्या ये सही है?
दुआओं में जिसने मांगा था, क्या वो यही है?-
चाँद से पूछूँ, वो क्यों है खामोश,
रात भी सिसके, तारे हैं मदहोश।
हवा के झोंके, फिर वही गीत गुनगुनाएं,
जिनमें वो थी, अब बस वही याद आएं।
स्पर्श की वो गरमाहट, अब सदाओं में है,
उसकी हँसी का जादू, फ़िज़ाओं में है।
हर लफ्ज़ अधूरा, हर साँस भारी,
उसकी गैर मौजूदगी, एक गहरी सवारी।
वक्त गुज़रा, पर दर्द वही रहा,
दिल के आईने में, वो जस का तस रहा।
उसका जाना, मानो जैसे साज़ टूट गया,
और प्यार का नग़मा, जाने कहीं छूट गया।-
Whisper of Her Absence
In the hush where the stars softly gleam,
Lingers the echo of a broken dream.
Her scent, a ghost on the midnight air,
Her touch, a warmth that's no longer there.
The moonlight weaves her shadow's grace,
Yet it fades when I reach for her face.
Each heartbeat a call, unanswered, alone,
A hymn to the love I had once known.
Her laughter, now a distant shore,
A melody lost, forevermore.
And in this silence, tender, still,
I miss her with a yearning that time cannot kill.-
तेरे नैन नक्स , तेरा प्यारा अक्स...
तेरी भीगी याद , तेरी प्यारी बात...
तेरी सांसें गर्म , तेरे हाथ नर्म...
तेरी काले बाल , तेरी होंठ लाल...
...
...
तेरा चुभता मौन , तेरी बातें गौण...
...
बस ये सफर ऐसे नहीं खत्म होता, तो कितना अच्छा होता ।
-
Teri raah taku, har rat jagu..
Kesa ye tune sitam kiya hai...
Ho ja ab mera , jata kya tera...
Kyu ye itna , julam kiya hai...
Teri bheege hotho ki aas se
Mere man ki pyas bhadakti hai
Mila de labo ko labo se
Ye thandi aahe sisakti hai
Tu hi to sb kuch mera hai
Tere bina jivan andhera hai
Bas aa jao meri baaho mein
Le lo apni panaaho mein
Teri raah taku, din rat jagu...-
अधिक प्यार से बेटा बिगड़े ।
भेद देने से नारी ॥
लोभ देने से नोकर बिगड़े ।
धोखा देने से यारी ॥
ये बात जन हित मे है ।
सत्य सन्देश मे जारी ॥
गुण मिले तो गुरु बनाओ ।
चित मिले तो चेला ॥
मन मिले तो मित्र बनाओ ।
वर्ना रहो अकेला ॥-
Har din aashiq badal jate hain
Har din naye sauk pale jate hain.
Har din kisi naye romanch ki talash hoti hai
Har jawan sakhs ke sath unki raat hoti h
Yado me bhi kabhi unhe hum nazar nhi aate,
Unhe hi unke diye gum nazar nhi aate
Kabhi socha tha jinko bahut sidha sada
Kambakht wo kabhi sudhar nhi pate-
Hamne esi kya khata kar di,
Jo kaabile-e-maafi nahi ?
Tumhe dekha nahi hai kayi din se,
Kya ye hi saza kaafi nahi ?-