ना जाने क्यों है ये,किसी कि लिये कितना भी करदो..आख़िर में पूछा जाता है…तुने किया ही क्या है मेरे लिए,? -
ना जाने क्यों है ये,किसी कि लिये कितना भी करदो..आख़िर में पूछा जाता है…तुने किया ही क्या है मेरे लिए,?
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अब वक़्त नहीं है उसके पास,जो वक़्त बेवक़्त वक़्त निकाला करता था -
अब वक़्त नहीं है उसके पास,जो वक़्त बेवक़्त वक़्त निकाला करता था
तू भी क्या कमाल है ख़ुदा,तूने मेरे लिए अपने हाथों से ख़ुदा बनाया है,और तो रखते हैं मंदिर में,वो मेरे पास ख़ुद चल के आया है। -
तू भी क्या कमाल है ख़ुदा,तूने मेरे लिए अपने हाथों से ख़ुदा बनाया है,और तो रखते हैं मंदिर में,वो मेरे पास ख़ुद चल के आया है।
ना जाने इंसानियत कहाँ ख़ो गयी है,आज फिर एक लड़की की ज़िंदगी तबाह हो गयी है। -
ना जाने इंसानियत कहाँ ख़ो गयी है,आज फिर एक लड़की की ज़िंदगी तबाह हो गयी है।
बदल जाते हैं लोग...,ना बदलने का वादा कर के। -
बदल जाते हैं लोग...,ना बदलने का वादा कर के।
कुछ अलग क़िस्म की मोहब्बत निभा रहे हैं वो,रुला कर हमें मुँह फेरे जा रहे हैं वो। -
कुछ अलग क़िस्म की मोहब्बत निभा रहे हैं वो,रुला कर हमें मुँह फेरे जा रहे हैं वो।
धड़कने सुनी थी उनकी,दिल में कोई और था जिनके। -
धड़कने सुनी थी उनकी,दिल में कोई और था जिनके।
चाहा उसने मुझे....,बस अपनी चाहतें पूरी होने तक। -
चाहा उसने मुझे....,बस अपनी चाहतें पूरी होने तक।
हाल हमारा पूछने को कोई भी नहीं है,यूँ कहने को अपने मेरे बहुत है। -
हाल हमारा पूछने को कोई भी नहीं है,यूँ कहने को अपने मेरे बहुत है।
रुतबा तो ख़ामोशियों का होता है,शब्द तो बदल जाते हैं इंसान देख कर। -
रुतबा तो ख़ामोशियों का होता है,शब्द तो बदल जाते हैं इंसान देख कर।