जब अपने ख्वाहिशों को अपने मुट्ठी से दूर होते हुए देख पाता है, तो हिम्मतदार है तू !
जब अपनों को अपने से दूर होते हुए देख पाता है, तो हिम्मतदार है तू !
जब अँधेरे की घुटन में तुझे अपने सास की गूँज सुनाई दे, तो हिम्मतदार है तू !
जब घड़ी की सुई तेरे धड़कन से संघर्ष करने लगे, तो हिम्मतदार है तू !
जब तेरी अनकही भावनाएं आँसुओं में बहने लगे, तो हिम्मतदार है तू !
जब अपने सपनों की पतंग को कटते हुए देख पाता है, तो हिम्मतदार है तू !
जब तेरी कुछ अनसुनी कहानियाँ तुझे खलने लगे, तो हिम्मतदार है तू !
जब अपने विश्वास के किरण को धुंदलाते हुए देख पाता है, तो हिम्मतदार है तू !
जब तुझे फरिश्तों की भी पुकार सुनाई देने लगे, तो हिम्मतदार है तू !
जब ज़िन्दगी खोने के डर से तुझे झिझक ना हो, तो हिम्मतदार है तू !
जब इतना कुछ महसूस करने के बाद भी जी रहा है तू, तो हिम्मतदार है तू !
इसलिए मौत से भेंट करने से पहले, रुक जा,
रुक जा !
क्योंकि...
हिम्मतदार है तू !
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