अपनी झुंझलाहट को कुछ इस तरह दबा लेती हूँ
कभी कुछ लिख लेती हूँ, तो कभी बे-वजह मुस्कुरा देती हूँ...-
i'm alone
but not lonely
who understands me well
that's you only
" मेरी माँ " ...-
बाहर कोहराम है और भीतर भी इक तूफान है
रौद्र रूप देख प्रकृति का, सहमा हर इंसान है...-
अद्धभुत है इनकी प्रेम गाथा, परिपूर्ण है इनकी जोड़ी
जबतक कान्हा ने जन्म न लिया, तबतक राधारानी ने आँख न खोली
जब-जब कृष्ण से मिलना होता, तब-तब श्रृंगार कर के देती इशारा
सब नाम भजते कृष्ण का और कृष्ण भजते "राधे-राधे" नाम प्यारा...
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हर बच्चे में बसते कृष्ण है
और हर रूप में कान्हा
आज है "कृष्ण जन्माष्टमी" दोस्तों
धूमधाम से इसे मनाना...
हैप्पी वाला कृष्ण जन्मोत्सव 🎂🍫-
" जब तक है सरहदों पे खड़ा एक भी जवान
ऐ हिंद... तू आज़ाद है और आज़ाद ही रहेगा "-
सजदों सा असर, इबादत सा सुकून
तू ही मेरी ज़िन्दगी, तू ही मेरा जुनून...
"मेरे महाकाल"-
किसने कहा कि, दोस्ती बराबरी की age में होनी चाहिए
हमारी तो अपने महाकाल,अपनी माँ, अपनी भतीजी, हमारे students से भी धांसू बनती है...-
सिर्फ दोस्ती ही रह जाती है, मुनाफा बनकर
वरना ज़िन्दगी के सौदे में नुकसान बहुत है...-