Sovit Ray   (Imperfect_soul)
3 Followers · 6 Following

Nature admirer
Joined 15 October 2021


Nature admirer
Joined 15 October 2021
25 JAN 2022 AT 22:06

आओ पास बैठो मेरे,एक बात बतानी है।
एक कहानी जिसमें राजा और एक रानी है।
एक दूसरे के बिना वो रह नहीं सकते,
एक मस्ताना दूसरी मस्तानी है।
चोट लगे एक को दर्द दूसरे को हो,
रिश्ता कुछ उनका ऐसी रूहानि है।
आओ पास बैठो मेरे,एक बात बतानी है।

-


12 JAN 2022 AT 5:16

बिखर सी गई है ज़िन्दगी
खुद को समेटना पड़ेगा
मजिल तुम्हारी है, तुम को चुनना पड़ेगा
वो तो लोग कहते हैं साहब
के तुम्हारा भी वक़्त आएगा
उनको क्या पता वक़्त चल रहा है
हमको उसके हिसाब से चलना पड़ेगा
हमारी मेहनत आगे हमारी वक़्त ते करेगा।

-


1 JAN 2022 AT 18:57

कुछ उम्मीदें लेके 2021 से चला था
जो लक्ष्य बनाए थे के
2021 के अंत में पूरा करूंगा
खुद को साबित करूंगा दुनिया को दिखाऊंगा
वो सब धारा का धारा रह गया
जो कुछ कदम कामयाबी की ओर बढ़ाया था
बस वहीं खड़ा रह गया।
देखा कुछ मुझसे आगे निकल गए तो,
कुछ मुझसे पीछे छूट गए।
ऐसे ही कोई आगे निकलेगा
कोई पीछे छूट जाएगा,
किसिके साथ हम चल नही सकते
ऐसे ही समय का पहिया घूमता रहेगा
साल पे साल बीतता जाएगा
अंत में यही समझ आएगा के
ए इंसान कर्म कर क्यूंकि यही एक चीज तुझे तेरी पहचान दिलाएगा।

-


28 DEC 2021 AT 21:26

सुनसान सड़क, अंधेरी रात
उपर से ओलों की बरसात
और चाय की टप्री पे
में और मेरा प्यार
हाथ में चाय का ग्लास था
एक एक लम्हा उस रात का
मुझे मरते दम तक याद था
ऐसे ही कुछ हसीन पल दिल मै घर कर जाते हैं
बेशक अपने साथ छोड़ दें मगर,
उनके साथ बिताया हर एक लम्हा ज़िन्दगी भर याद आते हैं।

-


25 DEC 2021 AT 19:57

के जो समझना था वो समझ ना पाया
वक़्त ने अयिना दिखाया तो समझ आया
के बीते दिनों मै में कितना नासमझ था

-


23 DEC 2021 AT 12:56

महीने भर धूप मै तपता है
घर की जगह खेतों मै सोता है
अपनी फसल बचाने लिए ,
हर मुमकिन कोशिश करता है
किसान बड़ा भोला है
खुद ज़हर खाता है मगर दुनिया का पेट भरता है।

-


15 NOV 2021 AT 5:27

जितना अब हो गया
बीते वक्त के साथ,
तुम्हारे साथ बनाया
वो प्यार का आसियाना डेह गया
जिन छोटी छोटी बातों पे हमारी
तुम प्यार लुटाया करते थे,
अब उनपे झगड़ना भी हो गया
समझने समझाने का वक़्त,
तो कब का गुजर गया
अब तो हमारे बीच सिर्फ चंद यादों का सहारा रह गया

-


15 NOV 2021 AT 5:14

You the opportunity to think beyond your imagination and allow you to shape you dream

-


12 NOV 2021 AT 21:20

हर कोई एक समय बाद बिछड़ता क्यूं है
पता है अकेले अना और जाना भी अकेले है
फिर भी इंसान दिखावटी दुनिया में उलझता क्यूं है।
ये दिल टूट के रोता क्यूं है

-


12 NOV 2021 AT 21:07

वो बचपन वाली लूक्का छिपी
या हो गुल्ली डंडे का खेल
चाहे वो दादा दादी का प्यार हो
या हो दोस्तों का मेल,
वो सब याद आता है
ज़िन्दगी मै बचपन के मायेने
गुजर ने के बाद समझ आते हैं।

-


Fetching Sovit Ray Quotes