देश में एक जाति है जो सबसे अलग प्रजाति है
वो कभी क्षत्रिय और वो कभी शूद्र बन जाती है
साईकिल से चलते हैं और पंचर वालें साथी है
कहने में वो पिछड़े हैं पर उनका विरोधी हाथी है
राज किया सत्ता पाई फिर भी शोषित कहलाई
आरक्षण आरक्षण करके चाट गये सारी मलाई
न वो कभी शोषित थे न तो कभी वो बंछित थे
फिर करते हाय हाय और कहते हम पीड़ित थे-
न उनके तीन बजे और न उन्होने फोन किया
पर मैं ठहरा एक पागल जिसने इंतजार किया
इंतजार ऐसा जिसका एक-२ पल सालों की तरह
फिर भी वो न अपने हुये और न लगें गैरों की तरह-
उसे लगता है वो नजरंदाज करके ठीक कर रहा है
उसे बताओ जाने अंजाने वो प्यार कम कर रहा है
हर किसी के सब्र करने की एक सीमा होती है
हर एक रिश्ते की अपनी एक गरिमा होती है
इसीलिए कहा जाता है मोहब्बत कोई खेल नहीं
क्योंकि इसमें फंसने के बाद मिलती है बेल नहीं
एक उम्र गुजर जाती है जताने में और भुलाने में
और समय बर्वाद होता है समझने - समझाने में
मोहब्बत किसी से भी करो पक्के इरादे से करो
जिसे निभा पाओ जिंदगी भर उस वादे से करो-
किसी को भूलना वाकई आसान होता
तो क्यों कोई इंसां इतना परेशान होता
कभी मुझे समझने की कोशिश नहीं की
वरना क्यों मैं आज इतना हैरान होता
जब दिल में बसाया तो दिल में ही रखते
क्यों मैं आज अपनों में भी अंजान होता
गर तुम रिश्ते की शिद्दत को समझते होते
तो मैं नाराज नहीं तुम पे मेहरबान होता
अक्सर गुरूर खो देता है सब कुछ चाहें
प्यार हो रिश्ता हो या कोई कद्रदान होता-
जिसपे वक्त न हो उससे वक्त मांगना फिजूल है
वैसे भी मोहब्बत में मांगना नहीं देना उसूल है
वो कहता था व्यस्त हूं व्यस्त हूं मैंने मान लिया
वो इसे बेवफाई कहता है पर ये कैसा रूल है
जब होती थी उसकी मर्जी तब करता था बात
वरना काॅल करो या मैसेज सब होते फिजूल है
अजब हाल था न बात सुनता और न समझता
हर बार गुस्सा और कहता सब तुम्हारी भूल है
वो कहने लगा काम रहता है वक्त नहीं दे सकता
वो भी यही चाहता था तो कह दिया कुबूल है -३
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जिनकी आह पे हम जान देने को है तैयार
हमारी जाने पर वो आह तक नही करते-
ये जादू है मोहब्बत का और यही है नशा
जो चढ़ता है अचानक और देता है फंसा-
जिसे खुद से पहले आता है तेरा ख्याल
उससे क्या मोहब्बत का सबूत मांगते हो-
वो आजकल इंतजार बहुत कराता है
और जो मुझको बिल्कुल नहीं भाता है
मैने देखा है सुना है इंतजार का हश्र
इसीलिए मुझे ये हुनर नहीं आता है
इसके एक-२ लम्हें में सालों का दुख है
बहुत मुश्किल से वो वक्त गुजर पाता है
कभी नींद नहीं आती है तो कभी सुकून
कुछ मांगना छोड़ो इंसां कह नहीं पाता है
इस तरह पूरा होता है मोहब्बत का सफर
फिर एक दिन जिंदगी से मन भर जाता है-
शराब का साथ पकड़ा था गम भुलाने को
गम तो कम हुये नहीं बदनाम और हो गये-