इक चुटकी सिंदूर की कीमत हमने उनसे पूछ ली
जिन्हें सिंदूर का महत्व ही नहीं पता
तुमने पहलगाम में हमारे 28 मारे थे
हमने तुमसे तुम्हारे छिपने की जगह ही छीन ली
पाकिस्तान के इरादे ना पाक है
शायद इन्हें 1947,65,71 और 1999 के नतीजे न याद है
वक्त है इन नतीजों को दोहराने की
पाकिस्तान और दुश्मनों को उनकी औकात याद दिलाने की
विश्वास हैं हमे अपनी तीनों सेनाओं पर
मिट जाएंगे पर आंच न आने देंगे
भारत मां की गरिमा और लोगों की भावनाओं पर-
For new and best qouto follow my I'd
मैं हा सपना म तोर साथ देखे रहेव,
मोर हाथ म तोर हाथ देखे रहेव।
जब टूटीस निंदिया त पता चलीस,
मैं कोई अउ के बांटा के ख्वाब देखे रहेव।-
Sometime my mind say's
दुःख खतम नहीं होने वाले तेरे,
ख़तम करले अपने आप को।
But at that same time my heart' say's
पूरे परिवार की जिम्मेदारी है तुझपर,
क्या बुढ़ापे में भी तकलीफ देगा अपने बाप को।-
हम को उन यारों ने याद भी न रखा
'जिन' यारों के यार थे हम
जिनके रिश्तेदारों के पहले रिश्तेदार थे हम
जिसके हर संकट की घड़ी के
पहले मददगार थे हम
लोग कहते है लड़कों की दोस्ती बड़ी खास होती है
पर मैं तो कहता हूं जो निभा जाए
चाहे लड़का हो या लड़की
उसी की दोस्ती में बात होती है
मतलब निकलवाने को तो हर कोई बन जाता है यार
बे मतलब जो साथ रहे वही है आपकी दोस्ती का असली हकदार-
जिन अंधेरों ने मुझे डराने की कोशिश की हैं,
उन अंधेरों का अंत मैंने खुद को जलाकर की है।
जिन हवाओं ने
मुझे हताश करने की कोशिश की है,
मैं वो उन हवाओं को चीर
वो परिंदा बना जिसने ऊँची उड़ान भरी है।
जिन रास्तों पर चलना हैं कठिन,
उन रास्तों पर भी ठूंठी है मंजिल।
कैसे कहूं सफलता की बात इक राज़ है,
इक सफलता के लिए
मैने पहनी कई असफलताओं की ताज हैं।-
थोड़ा आराम फरमा ले अए दिल
कहानी अब खत्म हो चुकी है
हां जनता हूं
कहानी के इस अंजाम से तू थोड़ा दुखी है
पर कर भी क्या सकते हैं
जिसे तू चाहता था वो तो अब सुखी है
वो तो चली गई
तू अब तक उसी लम्हे में क्यूं रुकी है
थोड़ा आराम फरमा ले अए दिल
कहानी अब खत्म हो चुकी है-
जय हो छत्तीसगढ़ सरकार
इहां के युवा पहली ले हे बेरोजगार
ओमा नवा दारू भट्टी खोल तै बड़ करे हस उपकार
महतारी वंदन के का तै एक हजार देत हस
ओखर पूर्ति करे बर छत्तीसगढ़िया मन ल नशा म डुबो देत हस
सोचे रहेन बीजेपी के सरकार आही त
छत्तीसगढ़ अउ छत्तीसगढ़िया मन ल आघू बढ़ाही
पर तै तो निकले दगाबाज
मनावत हस इहां बिहार अउ उत्कल स्थापना के सुराज
नई चाही नवा दारू भट्टी अउ नई चाही महतारी वंदन
छत्तीसगढ़ ल आघू बढ़ाना हे त निकाल नौकरी अब्बड अकन
सुग्घर छत्तीसगढ़ के सपना न जाने कब होगी साकार
नई समझ आत हे का करत हे ये छत्तीसगढ़ सरकार-
मोहब्बत हमर अइसे मात खा गिस,
दुनों राजी रहेन त जात खा गिस।
मया तो अभी भी हे अड़बड़ भारी,
लेकिन का करबे अपन किरिया दे रखे हे बाबू अउ महतारी।
अंतस मन म फिरोय रखे हव तोर हर चिन्हारी,
सिरतोन कहीथो कभु नई भुलाओ तोला मै ह संगवारी।-
महू हंसी ठिठोली करत रहेव,
सब जईसन साधारण जिंदगी जीयत रहेव।
फेर एक दिन मोर चेहरा के जम्मो मुस्कान मुरझा गे,
मोर जिंदगी के ओ खास मनखे न जाने कहा लुका गे।
ओखर बिन मै अइसे जईसे,
बिन जतन अंगना के हरियर तुलसी सुखा गे।-
मनखे मन पूछही काय करथस,
एखर बर नहीं के तोर हितवा ऐ।
बल्कि एखर बर की तोर अउकात जान सके,
नौकरी हवय त कतना के हे।
दुकान हवय त कतना के हे,
किसान अवस त कै इक्कड़ खेत हे।
नौकरी बर तैयारी करत हस त अउ कै साल,
अउ जब उमला अउकात कम लगही।
तहां दीही लबारी के मया अऊ देखाही सोग,
मन अंतस म खुश होही अउ उठ के चल दीही।-