10 DEC 2017 AT 22:56

वो कहती रही- पापा, आज सोने दो,
कम से कम रोज़ की तरह अँधेरा तो होने दो,

मैंने दीवारों को भी उसकी आवाज़ में चीखते सुना है!

- सौरभ