मैं आज भी वो याद सहेज कर रखता हूँ, जिसे लोग बकवास कहते हैं।वो कहते हैं न- किसी का कबाड़, किसी का खज़ाना! - सौरभ
मैं आज भी वो याद सहेज कर रखता हूँ, जिसे लोग बकवास कहते हैं।वो कहते हैं न- किसी का कबाड़, किसी का खज़ाना!
- सौरभ