बोलने के लिए अल्फाज नहीं है
फिर भी बातें करने के लिए बैठोगी क्या ?
जज्बात अदा करना नहीं आता मुझे
आखों की बोली तुम समझोगी क्या ?
कभी कुछ बुरा लगे, तो बोल नहीं सकता
तभी खामोशी को महसूस कर पाओगी क्या ?
सबको याद रखने वाला मैं खुद को भूल जाऊंगा
मुझे याद रख पाओगी क्या?
निन्यानबे कदम तुम्हारे ओर चलूंगा में
सिर्फ एक कदम तुम बढ़ा पाओगी क्या ?
अकेला अब तक चल रहा हूं
इस सफर में हमसफ़र बनोगी क्या ?
अधूरी कविता में कुछ ज्यादा लिख दिया ना!!
फिर भी थोड़ा पढ़ के मुस्कुराके पूरा कर पाओगी क्या........💕🫣-
थाम लो कदम , चलो इस जिंदगी की सफर पर
पुराने पन्नों को छोड़ो, नई शुरुआत का आगाज कर
जिंदगी की कहानी में कुछ रंगीन लफ्जों को ढूंढो
हर लम्हे की खामोशी को अपने अंदाज में सजाकर
अनचाहे बहारें जीवन की राहों में मिलती है
कभी हसाता है , तो कभी बहत रुलाता है
सिर्फ कुछ ही पलों में , बदल जाती है ये दुनिया
दूसरों का बदला चेहरा देखकर ,कोई खुद को भूलाता है
हर पल एक कदम में एक राह मिलेगी
अपने दिल का आइना, खुदसे मुलाकात मिलेगी
जिंदगी की लंबी यात्रा कुछ दर्द और खुसियों से है भरा
सब मुस्कुराके सामना करना ,खुदकी एक पहचान मिलेगी✨✨-
बहत रातें में मैने आखों को नम किया था
किसीको याद करके अंदर से बिखर गया था
जब दिल ने भी मान लिया की हां, चली गई है वो
खुद को खुद तोड़ ने की वजह से हमेशा हस रहाथा
तभी मेरे गलियों में मैने देखा कोई खो गया है
मैंने सोचा की इस इंसान को फिरसे हसाना है
अंदर से मैं खुद उसी गली में बिखर गया था
फिरभी सोचा खोए इंसान को दिल पे बिठाना है
फिर क्या ; बातें हमने सुरु किया ,
कुछ लफ्ज़ हम बोले,कुछ उन्हें बोलने दिया
और ऐसे ही हंसते हंसाते, खुद को जोड़ते हुए
जिसे दिल दिया था, उसे जिंदेगी सफर में साथ बिठाया
अब क्या ? अब तो उसीके साथ ही पूरा सफर करना है....😌💗-
"मैं जिद्दी बहत हूं, मेरे सबसे बड़ी जिद हो तुम
मेरे अधूरी कविताओं को पूरे करने वाली रानी हो तुम
हम एक दूसरे के पहला तो नहीं बन सके
लेकिन मेरे जिंदगी के आखरी कहानी हो तुम"
तुम पूछती हो - "क्या देखा तूने मुझमें ?"
मैंने बोला -
"दुनिया के लिए सबसे फूल है सबसे सुंदर
उसकी खुशबू है सबसे प्यारा
मेरे लिए तुम हो सारे फूलों से भी ज्यादा
उनकी खुशबू से भी तुम हो न्यारा
बको पसंद होगा सावन की बारिश ,समंदर काकिनारा
मुझे तो पसंद हो तुम , और सिर्फ साथ तुम्हारा
चांदनी तो अच्छी लगती है सबको
अमावस भी सुंदर बन जाता है तुम्हारे साथ
क्यों की चांद भी लेता है रोशनी उधार तुम्हारा "
"सम्मान के साथ अपनाया है तुम्हे , तुमने भी अपना लिया है
अब साथ चलना है तुम्हारा, क्योंकि रुकने का कारण नहीं है "
-
दिल के ज़रिये, तुम मेरे जिंदगी का साथी हो,
चमकता सितारा, मेरी ख़ुशियों का मुस्कान हो।
तुम हो साथ, बगीचा सजता है ख़ुशियों से,
हर पल, एक अनमोल समय की बंदिशों से।
किस्मत का तारा, तुम मेरे जिंदगी का राही हो,
सफर कुछ भी रहे, हम एक-दूसरे के साथी हो।
ज़िन्दगी के हर पल , तुम मेरे सपनों की रानी ,
सच्ची मोहब्बत की नाम, हमारी कहानी हो।
तुम मेरी हर ख़्वाहिश, दिल के का सबसे करीबी हो,
जीवन के रंग-बिरंगे पलों में, मेरी हंसी की वजह हो।
ये ज़िंदगी की कहानी में, हम एक-दूसरे का हमसफ़र,
तुम मेरे दिल का राज़, मेरे जीवन की अमर कहानी हो ....❤️💞-
मेरे टूटे ख्वाबों को तुमने नए सिरे से जोड़ा है
एक तरफा तो कभी हम करते थे,
दो तरफे की सिद्दत तुमने सिखाया है
खुदकी अच्छाई बता कर तो ,कोई भी अच्छा बन जाता है
पहली बार तुमने खुदको बुरा बोल के
मेरे दिल में एक प्यार को जगाया है
भटक ते इंसान को एक राह पर चलाया है
अब कभी दूर न होंगे हम , ना होने देंगे तुम्हे
प्यार के लिए इंतजार करते हुए लड़के को
पहली बार तुमने प्यार करना सिखाया है
किसीको बीच में छोड़ दें, ये मेरे फितरत में नहीं है
प्यार में आकर तुम्हे रोने दें, ये मुझे मंजूर भी नहीं है
तुम हमेशा हसती रहो,ये ख्वाब है मेरा
मैं तुम्हारे लिए सबसे अच्छा बनूं, ये सपना मेरा है-
अब से तुम मेरे हो , मैं तुम्हारी हूं
तुम भूल जाओ अतीत को , मैं भी भूल जाता हूं
तुम अपनाओ मुझे मैं तुम्हे दिल से लगाऊंगा
तुम सीता बन जाओ , मैं भी राम बन जाऊंगा
तुम राधा बन जाओ, मैं श्याम सा प्यार करूंगा
तुम सती बनजाओ, मैं शिव सा सम्मान दिखाऊंगा
भगवानों की तरह , हम महान तो नहीं
फीरभी,अपने कहानी को अभी से महान बनाना चाहूंगा
तुम जब भी आओगी मेरे घर में
एक कमरा, तुम्हारे लिए सजाऊंगा,तुम बैठोगी और मैं बगल में सो जाऊंगा-
मैं एक अधूरा कविता, तुम प्यारी सी गजल हो प्रियू।
मैं छोटा सा कहानी हूं, तुम कहानी की किताब हो प्रियू
मैं पानी का छोटा बूंद सा,तुम एक पूरी समंदर हो प्रियू
प्यार का एक पता सा हूं मैं, प्यार की पूरी जंगल तुम प्रियु
एक आम इंसान हूं मैं, मेरे ख्वाबों के राज्य का रानी तुम प्रियू
कैसे बताऊं तुम्हे अब मैं,तुम मेरे लिए आखरी प्यार हो प्रियू-
जब कोई जिंदगी भर साथ देने का वादा करता है
खुशी मिलती है
जब कोई तुम्हारे साथ हसने को ,रोने को तैयार होता है
खुसी मिलती है
जब कोई पुराना साथी , नए रूप में हाथ पकड़ता है
और हां,मेरी खुशी मुझे मिल गई
क्योंकि सारे खुशी यों का कारण मुझे मिल चुका है
-
मेरे साथ मेरे ही स्कूल में तुम पढ़ती थी
नजरें तो मिली थी कुछ बार, लेकिन तब अच्छी नहीं लगी
बातें भी हुई हैं कभी कभी , लेकिन कभी गप सप नहीं की
Classmate तो थी तुम , कभी अच्छा दोस्त नहीं बनी
अब इतना करीब आ गई हो , तुम बन गई मेरी जिंदगी
कविताएं लिखता था मैं , अधूरा रखता था मैं
तुम्हारे नहीं किसी और के साथ पूरा करने के लिए
अब कुछ इस कदर जिंदगी मे जगह ले लिया तुमने
सारे अधूरे कविताएं,तुम्हे अपना कर सम्पूर्ण हो गए
-