Soumya Ranjan  
29 Followers · 9 Following

na tera woh jasswa raha na teri woh baat rahi
wahi teri aukaat thi wahi teri aukaat rahi
Joined 29 August 2020


na tera woh jasswa raha na teri woh baat rahi
wahi teri aukaat thi wahi teri aukaat rahi
Joined 29 August 2020
23 MAY 2023 AT 23:32

चलो अब भुल जाते हैं, तुमने यही कहा था ना,
हम मिलते रहेंगे रोज़ाना, तुमने यही कहा था ना।

अब आशिक आशिकी करना भूल चुके हैं,
इस शायर के ज़हन से सारे लफ़्ज़ धूल चुके हैं।

आज कल ख़तों का भी कोई जवाब नहीं मिलता ,
खैर मुलाकात हमारे नसीबों में नहीं है,
इस बीमारी का कोई इलाज तबीबों में नहीं है।

हम मर भी गए तो खुदा का दर है आशिकों का ठीकाना, तुमने यही कहा था ना ,
हम मिलते रहेंगे रोज़ाना, तुमने यही कहा था ना।

-


4 AUG 2022 AT 22:44

वक़्त ने पकड रखा है धागा इम्तेहान का,
खैर ये वक़्त वक़्त की कहानी ही तो है।
लोगों की उम्रे गुजर गई इस इम्तेहान मैं,
ये भि गुजर जायेगी खैर जवानी ही तो है।

-


3 MAY 2022 AT 1:03

कुछ यूं बिगड़ गया हाल मेरा,
उन्होंने मुझसे ही पूछ लिया सवाल मेरा ।
पूछते हैं लोग हसने खेलने की उम्र में तुम शायर कैसे बनगये,
कोई दिल में उतरे तो जाने मलाल मेरा ।

-


8 APR 2022 AT 14:46

डूबा हूं एक ऐसे कर्जे मैं
किसी से कोई उम्मीद-ए-एहसान नहीं कर पा रहा हूं
अब तो इतने ज़ख्म पड़ चुके हैं बदन पर
कौनसा ताजा है कौनसा पुराना पहचान भी नहीं कर पा रहा हूं

-


21 MAR 2022 AT 22:29

एक ऐसी जुर्म जिस की कोई सजा ही नहीं
लेकिन जिसने किया वो बचा भी नहीं
आशिक उतरते रहे इश्क के कुएं मैं
जब चढ़ा पानी इश्क का तो वापिस कोई लौटा भी नहीं

-


14 MAR 2022 AT 10:29

हर दर्द बयां कर सकें
इतनी लंबी ये शाम कहां है
हले-ए-दिल तुमको सुनते हम मगर
उनको बेवफा बता कर भी हमे आराम कहां है

-


9 MAR 2022 AT 1:01

सारी गलतियां तू लिखले महादेव
जो मैं कर गया था
अगर दर्शन इस जनम मैं भी नहीं मिली तेरी तो याद रखना
की शिव से गुमान कर के एक शायर मर गया था

-


3 MAR 2022 AT 23:51

शाम होती तो काट लेते हम
खुशियां होती तो बांट लेते हम
शुक्र है कि तू बदल गयी
वेसी ही रहती तो हाथ पकडते और फिर से डांट देते हम

-


24 NOV 2021 AT 10:52

sapne bade aur unchi soch lekar chalta hoon
muskura deta hoon log dekh kar
kandho pe toote chhat ka bojh lekar chalta hoon

batuwa axar khali rehta hai
saath mai ghar ke haalaat lekar chalta hoon
zamaana nahi samjhega
main ghar ki gareebi ko apne saath lekr chalta hoon

yoon to bohot umeedein hai mann mai
saare sapno ko soola ke chalta hoon
chehra dekh ke log khusi ka andaja laga lete hain
main chehre ke jakhmo ko dil main chhupa ke chalta hoon



-


12 NOV 2021 AT 23:33

mere andar ke angaar ko log raakh samaj lete hai
majburi nahi samajta koi
meri garibi ko log majak samaj lete hai

-


Fetching Soumya Ranjan Quotes