अनकही कहानियां..!
मैंने चाहा जिसे वो हासिल तो हुआ, पर बीतते वक्त के साथ छूटता गया वो हाथ से मेरे,
चाहता तो पकड़े रखता बांध जंजीरों में,पर फिसलने दिया मुट्ठी से रेत की तरह,ये समझते हुए, शायद जिंदगी में उसका होना इतना ही तय था,
पर सोचता हूं हर रात, जब खामोशी होती है चारो तरफ, जब शोर सिर्फ दिल की धड़कनों में होता है, जब उंगलियां चाहती है कुछ लिखना, जब होती है तन्हाई हर करवट में,
कि काश रोक लेता उस चाहत को, जिसका होना ही सुकून था, जिसकी बेरुखी भी अपनी सी लगती थी, जिसकी बातों में नाराजगी, अपनापन, झूठ, सच जो भी था, पर था जिंदगी उसमें,
ताम्र शायद अफसोस रहेगा जाने देने के लिए, पर होगी खुशी ये सोच कर कि, मैं खुदगर्ज नहीं बना,मैने जाने दिया उसे, उसकी अपनी चाहत के लिए।।-
बस खुद से की गई ये बातें हैं..!
सब को मतलब है अपनी ख्वाहिश से,
तुम्हारी ख्वाहिशों की किसी को परवाह कहा,
हर कोई चाहता है तुम उनकी सुन लो सह तो सब कुछ, बदले में मिलती है बस तन्हाई,
कब तक कहां तक और किस हद तक सहना है,
काश कोई ये भी बता दे,
और
अच्छा होता मोहबत उससे होती जो तुम्हें चाहता हो.. न कि उससे जिसने तुम्हें कभी चाहा ही नहीं,
हर रोज जो एक सवाल करता हूँ खुद से. क्यों उसे चाहना जिसकी कहानी का में एक छोटा सा हिस्सा
भी नहीं,
पर अब तक जो समझा सीखा और जाना..
वो ये कि निभाओ रिस्तों को जिनको अपना माना है.
वहीं निभा रहा है शायद तब तक, इस उम्मीद में कि खुशी न सही शायद मौत दे दे एक दिन,
और जब कभी नहीं संभलता वो दर्द खुद में, तो लिख कर हल्का कर लेता हूं दिल अपना,
बस जो एक बात सीखनी है मुझे कि, मत मांगो उनसे कुछ भी जिनके पास तुम्हे देने के लिए कुछ है ही नहीं,
मत करो शिकायत परवाह या वैसी मोहब्बत, | जिसे लोग खैरात समझ फेक देते हैं,
वक्त लगेगा शायद बुरा बनने में,
पर शायद एक दिन में भी बन जाऊंगा वैसा ही..!
हां हो सकता है मैं पागल हूं या फिर वो अंग्रेजी में कहा जाने वाला शब्द "psycho" जिसकी हिंदी नहीं पता मुझे,
जो भी हूं पर तुम सब की तरह मतलबी खुदगर्ज नहीं..!-
मैं उस वक्त तक बर्दास्त कर लेता हूं, जिस वक्त तक आंखो में आंसू नहीं आते,
फिर हार जाता हूं अपनी ही बनाई सार्थों पर, क्युकी में भी इंसान हूं शायद, मुझे भी बुरा लगता होगा, मेरी भी अपनी कोई चाहत होगी, मुझे भी तो उम्मीद होगी, कि काश कोई हो मेरे लिए भी मेरे जैसा,
किसी अपने की हर चाहत का, हर उस ख्वाहिश का,
जैसे मैं रखता हूं खयाल, जिसे न पूरा कर पाऊं तो, डर जाता हूं खोने से, लग जाता हूं मैं उसे पूरा करने में, ये सोच कर कि किसी अपने की ख्वाहिश है,
पर इस दौड़ में मैं अकेला हूं,
कोई नहीं है मेरे पास मेरे लिए मेरे जैसा..!-
मेरी जिंदगी अब पहले जैसी जिंदगी नहीं रही, सब कुछ बदल चुका है। मेरे सारे शौक, मेरी उम्मीद, मेरे जीवन के हर वो चीज जो मुझे सुकून देता था आज सब के सब मौन हो बैठे हैं।
दुखी मैं इस दुनिया से नहीं खुद से हूं क्योंकि मैं अपना समझ कर दूसरों की मदद करने जाता हूं और फिर उन्हीं से धोखा खाकर लौट आता हूं.....
मेरे अतीत के कुछ हिस्से ऐसे हैं जो मुझे आज भी परेशान करती है। मैंने कई दफा सब कुछ भुला कर एक नई शुरुआत करने की कोशिश की परंतु मैं नाकाम रहा। हर चीज में मैं अपनी किस्मत को दोष नहीं दे सकता मैं जानता हूं कि कहीं ना कहीं मेरी भी गलती है अपने दुख का कारण कोई और नहीं मैं खुद ही हूं..
पता नहीं कब अंधेरों से मुझे इतना प्रेम हो गया कि ये रातों की अंधकार मुझे सुकून देने लगी। ऐसा महसूस होता है कि ये रातें मुझे समझती है, हमसे बात करती हैं, मुझे सुकून देने की कोशिश करती है। ख़ैर.. मेरी जिंदगी इतनी निरश हो चुकी है कि दिन के उजाले मुझे काटने दौड़ती है।
बंद कमरे में बिस्तर पर लेट जब भी मैं अपने अतीत को याद करता हूं तो मुझे मेरी अनगिनत गलतियां याद आती है। जिंदगी मुझे कई रंग दिखलाएं। मैं जीवन के हर चुनौतियां से काफी हिम्मत से लड़ा हूं। मैं एक जिद्दी किस्म का इंसान हूं और इसीलिए मैं जल्दी हार नही
मानता, अंतिम क्षण तक लड़ता रहता हूं....-
तेरी आँखों को फुर्सत नहीं मिली!!! ❤
नहीं तो बीमारी का इतना इलाज नहीं था!!! ❤
हमने वहाँ भी प्यार बाँट दिया!!! ❤
जहाँ मोहब्बत का कोई रिवाज़ न था!!! ❤-
बेटियां नसीब से तो
बेटे दुवाओं के बाद आते हैं,
अजी हम लड़के है जनाब
हम कुछ जिम्मेदारियो के साथ आते है।
आधी उम्र जिम्मेदारियां
समझने में गुजर जाती है
तो आधी उसे निभाने में,
पूरा बचपन किताबो में
गुजर जाता है तो
जवानी कमाने में।
ये जिम्मेदारिया
उम्र के साथ बढ़ती है
ये बुढ़ापे में भी कम नही होता,
अजी कौन कहता है जनाब
हम लड़को की जिंदगी में
गम नही होता।
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*🙏🚩जय माता दी - जय माता दी🚩🙏*
*सर्व मंगल मांगल्ये,*
*शिवे सर्वार्थ साधिके,*
*शरण्ये त्र्यम्बके गौरी,*
*नारायणी नमोस्तुते..!!*
*कुमकुम भरे 🦶🐾🦶कदमो से,*
*आए माँ दुर्गा आपके द्वार..,*
*सुख सम्पति मिले आपको अपार,*
*लक्ष्मी का ✋🏻🤚🏻 हो,*
*सरस्वती का साथ हो,*
*गणेश का निवास हो,*
*और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से,*
*आपके जीवन में प्रकाश 🔥 ही 🔥 प्रकाश हो..!!*
*आपको एवम आपके परिवार को नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ हो..!!*
*🙏जय माता दी🙏*
*Regards*
*Sonu Patel*-
इंदौर O&M संभाग के भावरासला वितरण केंद्र में कार्यरत लाइन हेल्पर श्री राहुलपाल की माता जी श्रीमती शारदा पाल एवं भाई राज पाल और उनकी भाभी कॉविड ग्रस्त होकर चिकत्सालय केयर हॉस्पिटल विजय नगर में भर्ती हैं और उनके इलाज पर हो रहे भारी भरकम खर्च की पूर्ति कर पाना नई नई अनुकंपा नियुक्ति होने के कारण श्री राहुलपाल के लिए संभव नहीं है नवीन सर्कुलर के तहत रू 3 लाख का चिकित्सा अग्रिम भी श्री राहुलपाल को नहीं मिल पा रहा है क्यों कि उनकी माता कार्मिक पर आश्रित न होकर एक पेंशनर है
इस मुश्किल घड़ी में सभी मिलकर छोटी-छोटी मदद करेंगे तो परिवार बच सकेगा आपकी एक छोटी मदद किसी का परिवार बचा सकती है सभी अपनी क्षमता अनुसार अनुसार मदद करें ,रू 500 की एक छोटी सी मदद भी काफी होगी 🙏
A/c holder name – Rahul Pal
Bank Name – Central Bank Of India
A/c no. 3111473595
Ifsc code –CBIN0283499
Gpay/फोनपे 9009603940
विशेष आग्रह यह है कि कृपया आप पेमेंट का स्क्रीन शॉट मय आपके नाम, पद, पदस्थी स्थल मुझे याने सोनू कुमार एवं प्रेम कुमावत भावरासला डीसी के व्हटास अप नंबर 8770558201 , 9340750285 पर प्रेषित करने का निवेदन है |🙏-
सुबह के 6:30 बज चुके हैं, कल रात Amazon Prime पर देखी सीरीज "पंचायत" का स्वाद है। स्ट्रीट के पीले बल्ब की रोशनी में चांद छिपने को है और सूरज निकलने को... ओस की कुछ बूंदे घास के तिनकों के ऊपर छोटे - छोटे सपनों जैसी चिपकी हुई हैं ...एक चिड़िया मौन तोड़ने की असफल कोशिश में गा रही है।
चाय पीने के लिए बाहर नुक्कड़ पर जा पहुंचा हूं... सोसाइटी के गेट पर एक चाय वाला है जो सुबह 5 बजे दुकान खोल लेता है...। मै आज उस चाय वाले का नाम पूछूंगा... बस नाम ...!-