जब लड़ाई अपने आप से हो तो हमेशा जीतना चाहिए,
और जब लड़ाई अपनों से हो तो हारना भी सीखना चाहिए!-
ये इश्क़ का शहर है ज़नाब...
यह... read more
कोशिशें वहाँ लगती हैं जहाँ बिछड़ने की गुंजाइश हो,
वरना
सच्चे रिश्ते ज़िंदगी मे अपनी जगह खुद बना लेते हैं।-
कसूर तो था ही इन निगाहों का
जो चुपके से दीदार कर बैठा,
हमने तो ठाना था खामोश रहने का
पर ये जुबान इज़हार कर बैठा!-
शिकायतों की पाई पाई जोड़ रखी थी मैंने,
तुमने गले लगाकर सारा हिसाब बिगाड़ दिया।-
अपने हसीन होंठों को किसी परदे में छुपा लिया करो,
हम गुस्ताख लोग हैं नज़रों से चूम लिया करते हैं।-
well there goes another chapter from the book of your life. today is the 1st blank page of the upcoming chapter of 365 pages. let's make it "Remarkable and worth Reading".
Happy new Year-
हुस्न और इश्क़ में भी कितनी गजब की यारी है,
एक खूबसुरत परिंदा है तो एक लाजवाब शिकारी हैं।-
ख़बर तब फैली मोहल्ले में तेरे- मेरे इश्क़ की,
जब मेरे चाय के कप पर तेरे होंठों के निशान मिले।-
इन दिनों ताल्लुक थोड़ा मज़बूत रखना,
सुना है दिसंबर के बिछड़े कभी नही मिलते।-